चित्रकूट के धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण के लिए 4992.62 लाख रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत, सोनभद्र में बनेगा टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर निवेश किया जा रहा है। इसी क्रम में पर्यटन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जनपद चित्रकूट में विभिन्न धार्मिक स्थलों और मंदिरों के सौंदर्यीकरण एवं विकास के लिए 4992.62 लाख रुपये की तीन परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। इसके अतिरिक्त जनपद सोनभद्र में भी एक आधुनिक टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर के निर्माण हेतु 875.33 लाख रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई है। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रदेश के सभी जनपदों में बुनियादी पर्यटन सुविधाओं का विकास करना है ताकि देश-विदेश से अधिकाधिक पर्यटक आकर्षित हो सकें।
चित्रकूट: धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का केंद्र
चित्रकूट एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण नगर है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का लंबा समय चित्रकूट में व्यतीत किया था। यहां पर भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता से जुड़े अनेक स्थलों का विशेष महत्व है, जिनमें कामदगिरि पर्वत, रामघाट, भारत मिलाप स्थल और हनुमान धारा प्रमुख हैं। पूरे वर्षभर यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों का तांता लगा रहता है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि चित्रकूट जनपद के लिए स्वीकृत तीन प्रमुख परियोजनाएं इस प्रकार हैं।
कामदगिरि परिक्रमा मार्ग का विकास
श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु सांस्कृतिक एवं शहरी कायाकल्प और बुनियादी पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 2044.37 लाख रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई है। इस परियोजना के अंतर्गत परिक्रमा मार्ग को सुसज्जित किया जाएगा, साथ ही बेहतर प्रकाश व्यवस्था, विश्राम स्थलों और साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की जाएगी।
रामवन गमन मार्ग पर पर्यटक सुविधा केंद्र/डॉर्मेट्री का निर्माण:
पर्यटकों के ठहरने और सुविधाजनक यात्रा के लिए 1192.58 लाख रुपये की परियोजना मंजूर की गई है। रामवन गमन मार्ग का ऐतिहासिक महत्व है और इसे विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
देवांगना घाटी में पर्यटन सुविधा केंद्र/डॉर्मेट्री का निर्माण
देवांगना घाटी के बॉर्डर क्षेत्र में एक आधुनिक पर्यटन सुविधा केंद्र विकसित किया जाएगा, जिसके लिए 1755.67 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इससे हवाई मार्ग से चित्रकूट आने वाले यात्रियों को विशेष सुविधा मिलेगी।
सोनभद्र में भी पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पर्यटन मंत्री ने आगे बताया कि सोनभद्र जनपद में भी एक महत्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी दी गई है।
टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर का निर्माण
सोनभद्र, जिसे ‘ऊर्जा नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर से भरपूर है। यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 875.33 लाख रुपये की लागत से एक आधुनिक टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। इस केंद्र में यात्रियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी जैसे कि रेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट, गाइड सेवा, और स्थानीय हस्तशिल्प की प्रदर्शनी आदि।
परियोजनाओं पर जल्द शुरू होगा कार्य
जयवीर सिंह ने बताया कि सभी स्वीकृत परियोजनाओं के लिए कार्यदायी संस्थाओं का चयन कर लिया गया है और संबंधित शासनादेश भी जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा ताकि निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्य पूरे किए जा सकें।

उत्तर प्रदेश में पर्यटन विकास की नई पहल
प्रदेश सरकार द्वारा धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इन परियोजनाओं के माध्यम से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा बल्कि राज्य की सांस्कृतिक पहचान को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूती मिलेगी।जयवीर सिंह ने आशा व्यक्त की कि इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद चित्रकूट और सोनभद्र जैसे क्षेत्रों में पर्यटन को नया आयाम मिलेगा और अधिक से अधिक पर्यटक प्रदेश की ऐतिहासिक एवं धार्मिक विरासत से रूबरू हो सकेंगे।
Author: Sweta Sharma
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