पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता नवाज शरीफ इन दिनों एक कूटनीतिक दौरे पर हैं। हाल ही में वह बेलारूस पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरे को लेकर राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज़ हैं कि क्या नवाज शरीफ अब सक्रिय रूप से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की छवि सुधारने और अपनी राजनीतिक वापसी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। बेलारूस में नवाज शरीफ की यह यात्रा आधिकारिक नहीं है, लेकिन इसे गैर-सरकारी रणनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। बेलारूसी मीडिया में आई खबरों के अनुसार, नवाज शरीफ की मुलाकात वहां के प्रमुख राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं से होनी तय है। बताया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग और कृषि, ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में संभावनाओं पर चर्चा की जा सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह दौरा केवल एक शिष्टाचार यात्रा नहीं है, बल्कि नवाज शरीफ की तरफ से एक राजनयिक संदेश भी है कि वे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को लेकर गंभीर हैं। ऐसे समय में जब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर से गुजर रही है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके रिश्तों में खिंचाव है, नवाज शरीफ की यह पहल उन्हें एक अनुभवी और स्थिर नेता के रूप में पेश करने का अवसर देती है। राजनीतिक विश्लेषक इसे आने वाले चुनावों से भी जोड़कर देख रहे हैं। सवाल यह है कि क्या नवाज शरीफ देश के भीतर के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी साफ छवि और नेटवर्क का उपयोग कर एक बार फिर सक्रिय राजनीति की ओर बढ़ रहे हैं?
Author: Sweta Sharma
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