दिल्ली की मादीपुर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्री कैलाश गंगवाल की जीत ने एक बार फिर राजनीतिक सलाहकार कंपनी ‘पोलिटिकल एजेंट्स’ की क्षमता और रणनीतिक दूरदर्शिता को साबित कर दिया है। पोलिटिकल एजेंट्स की आईटी टीम ने इस चुनाव में 100 प्रतिशत सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे कैलाश गंगवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) की राखी बिरला को 10,899 वोटों के अंतर से हराया।
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मादीपुर चुनाव में पोलिटिकल एजेंट्स का योगदान
मादीपुर विधानसभा सीट पर पोलिटिकल एजेंट्स ने अपनी उन्नत तकनीक और डेटा एनालिटिक्स के जरिए चुनावी रणनीति तैयार की। उन्होंने मतदाताओं के व्यवहार, जनसांख्यिकीय डेटा और सामाजिक मीडिया ट्रेंड्स का विश्लेषण करके एक प्रभावी कैंपेन प्लान तैयार किया। इसके अलावा, उन्होंने ग्राउंड लेवल पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया और मतदाताओं तक पहुंचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग किया। यही कारण रहा कि कैलाश गंगवाल ने 52,019 वोट हासिल करके जीत दर्ज की, जबकि राखी बिरला को 41,120 वोट ही मिल सके।
पिछले चुनावों में सफलता का सिलसिला
पोलिटिकल एजेंट्स की सफलता की कहानी सिर्फ मादीपुर तक सीमित नहीं है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में भी उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी करमोरे राजू माणिकराव की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। देवेंद्र शिवहरे एवं पॉलिटिकल एजेंट्स की रणनीतियों के साथ प्रत्याशी राजू माणिकराव कारेमोरे जी ने 64 हजार+ मतों से ऐतिहासिक जीत प्राप्त की, इसी तरह, ग्वालियर से भिंड सांसद संध्या राय के चुनाव में भी पोलिटिकल एजेंट्स ने अपनी रणनीतिक योजनाओं के जरिए जीत सुनिश्चित की।
क्या है पोलिटिकल एजेंट्स की सफलता का रहस्य?
पोलिटिकल एजेंट्स की सफलता का रहस्य उनकी डेटा-संचालित रणनीति और तकनीकी कौशल में निहित है। उनकी टीम मतदाताओं के व्यवहार को समझने के लिए एडवांस्ड एनालिटिक्स का उपयोग करती है और उसी के अनुसार कैंपेन प्लान तैयार करती है। इसके अलावा, वे सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का प्रभावी उपयोग करके युवाओं और शहरी मतदाताओं तक पहुंच बनाते हैं।
								
			
			




