नागा साधु कर रहे पंच धूनी अग्नि तपस्या
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। लखनऊ की पहली धर्मध्वजा के रूप में प्रसिद्ध बड़ी भुइयन माता मंदिर, जो आईआईएम रोड स्थित सरौरा गांव में स्थित है, इन दिनों एक भव्य धार्मिक अनुष्ठान का केंद्र बना हुआ है। यहां 31 मई से 11 दिवसीय हनुमत महायज्ञ और पंच धूनी अग्नि तपस्या का शुभारंभ हुआ है। इस अनुष्ठान की विशेषता है तपस्वी नागा साधु आनंद गिरि द्वारा की जा रही कठोर सूर्य साधना और तपस्व्याग्नि में बैठकर की जा रही तपस्या।

अनुष्ठान की शुरुआत एक भव्य शोभा कलश यात्रा के साथ हुई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। आज अनुष्ठान के दूसरे दिन मंदिर परिसर में भारी संख्या में भक्तों की भीड़ देखने को मिली। तपस्या स्थल पर नागा साधु आनंद गिरि ने तेज धूप के बीच पंच धूनी के मध्य बैठकर सूर्य देव की उपासना की। दूसरी ओर, आचार्य शिवाकांत द्विवेदी के नेतृत्व में वैदिक मंत्रों के साथ आचार्यों ने यज्ञ और हवन की प्रक्रिया को विधिपूर्वक संपन्न कराया। संध्याकालीन पूजन में आनंद गिरि जी के सान्निध्य में धार्मिक वातावरण और भी आध्यात्मिक हो उठा। इस अवसर पर कल्याणी गिरि समेत अन्य साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। नागा साधु आनंद गिरि ने बताया कि यह महायज्ञ समाज में सद्बुद्धि, सदाचार और धार्मिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। यह आयोजन 11 जून को एक विशाल भंडारे के साथ संपन्न होगा। मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।





