संभल के चंदौसी स्थित मोहल्ला लक्ष्मण गंज में 150 वर्ष पुरानी बावड़ी मिलने का मामला सामने आया है। रविवार को दूसरे दिन भी यहां खोदाई का कार्य शाम छह बजे तक चला। इस बावड़ी में चार गलियारेनुमा कमरे और एक सुरंग जैसी संरचना है। प्रशासन ने बावड़ी की खोदाई का कार्य तेज कर दिया है, जिसमें धीरे-धीरे भवन और दीवारों के अवशेष दिखाई देने लगे हैं।
इस बावड़ी का अस्तित्व डीएम राजेंद्र पैंसिया के निर्देश पर सामने आया। शनिवार को भी बावड़ी की खोदाई की गई थी, जिसमें दो जेसीबी मशीनों और मजदूरों की मदद ली गई थी। प्रशासन ने बताया कि बावड़ी में तीन मंजिल भवन के संकेत मिले हैं, जिसमें दो मंजिल संगमरमर से और एक मंजिल ईंटों से बनी है। इसके अलावा, बावड़ी में एक कुआं और चार कमरे भी हैं।
संभल जिले में जारी अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत कई प्राचीन स्थलों की खुदाई और सफाई की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में जिले के विभिन्न हिस्सों से प्राचीन कुएं और मंदिर मिले हैं। इनमें से खग्गू सराय में 46 वर्षों से बंद शिव मंदिर और इसके परिसर में खंडित मूर्तियां मिली हैं। इसके अलावा, चंदौसी के बांकेबिहारी मंदिर के पास भी एक और बावड़ी मिली है, जिसे 150 वर्ष पुराना बताया जा रहा है।
संभल के डीएम ने बताया कि बावड़ी की जानकारी अभिलेखों में भी दर्ज है, जिसमें 400 वर्ग मीटर एरिया में बावड़ी तालाब के रूप में दर्ज है। बावड़ी के अंदर बनी संरचना और सुरंग के अवशेष इतिहास की गहराई को सामने ला रहे हैं। वहीं, डीएम ने कहा कि जरूरत पड़ी तो पुरातत्व निदेशालय की टीम से भी संपर्क किया जाएगा।
इस बावड़ी और अन्य पुरातत्विक स्थलों के जीर्णोद्धार का काम प्रशासन द्वारा किया जाएगा ताकि जनता वहां धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल हो सके।

Author: Sweta Sharma
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