लखनऊ। दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्रम्य विकास संस्थान, उप्र द्वारा सचिव एवं राहत आयुक्त उप्र, शासन (राजस्व विभाग) के सहयोग से 20 से 22 जनवरी, 2025 की अवधि में, “औद्योगिक दुर्घटना, गैस रिसाव, प्राथमिक चिकित्सा एवं पुनर्वास’’ विषयक 03 दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के सम्बन्धित जनपदों गौतमबुद्धनगर, सोनभद्र, गाजियाबाद, मीरजापुर, कानपुर नगर, लखनऊ, आगरा एवं बलरामपुर, उप्र प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड की इकाई, जिला अग्निशमन विभाग एवं राजस्व विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों का एवं क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थान के अधिकारियों सहित कुल 30 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्ष यूपीरेरा संजय भूसरेड्डी ने अपने प्रशासनिक अनुभवों के आधार पर उपस्थित समस्त प्रतिभागियों का यथोचित ज्ञानवर्द्धन किया।
समापन अवसर पर संस्थान के प्र. अपर निदेशक, बीडी चौधरी, प्रशिक्षण कार्यक्रम नियंत्रक, डॉ एसके सिंह, सहायक निदेशक, प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभारी संजय कुमार, सहायक निदेशक, कुमार दीपक, सलाहकार/नोडल आफिसर, आपदा प्रबन्धन केन्द्र, संस्थान तथा अदिति उमराव, परियोजना निदेशक (ईमरजेन्सी आपरेशन), राहत आयुक्त कार्यालय उप्र द्वारा प्रतिभागियों को अभिप्रेरित करने के परिप्रेक्ष्य में अपने विषयगत प्रासंगिक बिन्दुओं के माध्यम से ज्ञानवर्द्धन किया गया।
बीडी चौधरी द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि औद्योगिक दुर्घटना एक ऐसी घटना है, जो औद्योगिक इकाइयों में होती है और जिसमें मानव जीवन, संपत्ति और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। यह दुर्घटना विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे कि मशीनरी की विफलता, मानव त्रुटि, आग, विस्फोट, और रासायनिक रिसाव इत्यादि, इसके साथ साथ औद्योगिक दुर्घटना के प्रकार, औद्योगिक दुर्घटना के कारण, औद्योगिक दुर्घटना के परिणामों पर एक संक्षिप्त व्याख्यान दिया|





