निश्चय टाइम्स, डेस्क। दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने के लिए मंगलवार को 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और 17 जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तीस हजारी में एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनकी सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में ठोस सुधार की दिशा में कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार को केंद्र द्वारा 1,100 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोलने के लिए 2,400 करोड़ रुपये दिए गए थे, लेकिन इस राशि का समुचित उपयोग नहीं किया गया। “अगर समय पर खर्च नहीं हुआ, तो यह फंड मार्च तक निष्क्रिय हो जाएगा,” उन्होंने चेतावनी दी।
रेखा गुप्ता ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों का हवाला देते हुए कहा कि प्रति 1,000 नागरिकों पर दो अस्पताल बिस्तर होना अनिवार्य है, जबकि दिल्ली में यह आंकड़ा केवल 0.42 प्रति 1,000 है। उन्होंने लक्ष्य रखा कि यह संख्या तीन बिस्तर प्रति 1,000 व्यक्ति तक पहुंचाई जाएगी। दिल्ली के ऊर्जा एवं शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने जनकपुरी विधानसभा में एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर का उद्घाटन किया। उन्होंने जानकारी दी कि आने वाले समय में क्षेत्र में 11 और केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि “हमारी प्राथमिकता यह है कि कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए न मरे कि उसे समय पर इलाज नहीं मिल पाया। हम दिल्ली को स्वास्थ्य सेवाओं में देश का अग्रणी राज्य बनाना चाहते हैं।” आयुष्मान आरोग्य मंदिर केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का हिस्सा हैं। दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के बाद हाल ही में केंद्र के साथ एक एमओयू साइन कर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) को लागू किया गया। यह भाजपा का एक अहम चुनावी वादा भी था, जो अब जमीन पर उतरता दिख रहा है।
