प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा में शनिवार को दिए गए भाषण को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने तंज कसते हुए इसे ‘उबाऊ’ करार दिया। प्रियंका गांधी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि दशकों बाद उन्हें ऐसा लगा जैसे वे स्कूल में गणित के ‘डबल पीरियड’ में बैठी हों।
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा:
“नड्डा जी हाथ मल रहे थे, मोदी जी ने उनकी तरफ देखा तो वे अचानक एक्टिंग करने लगे कि सुन रहे हैं। अमित शाह जी अपना सिर छू रहे थे और पीयूष गोयल जी तो लग रहा था जैसे सोने वाले हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने ’11 खोखले संकल्प’ रखे, लेकिन इनमें कोई ठोस बात नहीं थी।
भ्रष्टाचार पर चर्चा की मांग
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा,
“अगर भ्रष्टाचार को लेकर प्रधानमंत्री की बर्दाश्त नहीं करने की नीति है, तो हर मुद्दे पर चर्चा करानी चाहिए। वे पीछे क्यों हट रहे हैं?”
संविधान पर चर्चा के दौरान कटाक्ष
प्रियंका गांधी ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री शायद यह समझ नहीं पाए हैं कि संविधान केवल ‘संघ का विधान’ नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार संविधान की मूल भावना को दरकिनार कर रही है।
पीएम मोदी का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने भाषण में कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि यह कलंक कांग्रेस के माथे से कभी नहीं मिट सकता। उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इस परिवार ने हर स्तर पर संविधान को चुनौती दी।
प्रियंका का पहला भाषण बना चर्चा का विषय
प्रियंका गांधी का यह लोकसभा में पहला भाषण था, जिसे कई लोगों ने सराहा। उन्होंने संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा करते हुए सरकार पर तीखे प्रहार किए।
प्रधानमंत्री और कांग्रेस के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप लोकसभा में गर्म माहौल की ओर इशारा करता है, जहां राजनीतिक दल आगामी चुनावों के लिए अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटे हैं।
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Author: Sweta Sharma
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