लखनऊ। आजादी के बाद अगर किसी ने किसानों की बात की और किसानों को आंदोलित किया एवं किसानों के लिए कार्य किया वो एक ही व्यक्तित्व था वो भारत रत्नचौधरी चरण सिंह थे। यह बात राष्ट्रीय लोकदल कार्यालय में किसान प्रकोष्ठ की एक बैठक को बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले सरदार वल्लभ भाई पटेल के भाई विठ्ठल पटेल की अहम भूमिका रही जो किसानों के लिए आंदोलन करते रहे, गांधी जी के कहने पर सरदार पटेल जो वकालत करते थे किसानों की वकालत करने लगे जिससे अंग्रेज सरकार झुकी लेकिन आजादी मिलने के बाद किसानों की बात चौधरी चरण सिंह ने की।
श्री त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय लोक दल किसान मजदूर पिछड़ों का दल है इसलिए हमें किसान आंदोलन के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। श्री त्यागी ने कहा स्वामी सहजानंद सरस्वती ने भी बड़ा आंदोलन किया लेकिन आजादी के बाद किसानों के लिए अगर किसी ने काम किया वो भारत रत्न चौधरी चरण सिंह थे। श्री त्यागी ने कहा चौधरी साहब सरकार में रहते प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई से लड़ गए 80-20 की बात उन्होंने ही उठाई कि 80 प्रतिशत शहर में खर्च होता है जबकि 20 प्रतिशत गाँव में। महिलाओं के खेत में शौच जाने की बात भी चौधरी चरण सिंह द्वारा ही उठाई गई थी कि गाँव में ही शौचालय बनाये जाए। यही नहीं मनमोहन सरकार में जो मनरेगा योजना लागू हुई थी, यह फूड फॉर वर्क योजना जो चौधरी साहब द्वारा चालू की गई योजना का ही एक हिस्सा है।

प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने संगठन पर जोर देते हुये कहा कि दल को मजबूत करें जब आपके दल में संख्या ज्यादा होगी तो आपको शिकायत नहीं करनी पड़ेगी उन्होंने आगे कहा बहुत लोग शिकायत करते हैँ कि अधिकारी या दरोगा हमारी नहीं सुन रहा श्री राय ने कहा आप काम करें दल को मजबूत करे लोगों को जोड़ें दरोगा क्या एसपी आपकी सुनेगा।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एवं पिछड़ा आयोग के सदस्य रामकृष्ण पटेल ने संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को उनका सही मुआवजा नहीं मिल पा रहा है बिचौलिए बीच में खा जाते हैँ अभी पूर्वांचल में धान की खरीद चल रही है बिचौलिए हावी हैँ। श्री पटेल ने कहा 2002 में स्वर्गीय अजित सिंह द्वारा जो ब्याज दर 3 लाख पर छूट थी वो आज 22 वर्ष हो गए आज भी वैसे ही है इसको बढाकर 10 लाख होनी चाहिए जिससे किसानों को बिचौलियों से बचाया जा सके।
राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि आज हम सरकार में जरूर हैँ मगर अपनी मांगों को नहीं छोड़ सकते हम किसानों के लिए लड़ते रहे हैँ और लड़ते रहेंगे कल हम सड़क पर लड़ रहे थे आज मुख्यमंत्री और संबंधित मंत्रियों से मिलकर अपनी बात कहेंगे और मनवायेंगें। हमारे नेता श्री जयंत चैधरी ने गन्ना का मूल्य 400 रूपये तय किया है वो मिलना चाहिए।
राष्ट्रीय सचिव विजय श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने की बात की। किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बलजीत सिंह बिट्टू ने पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया। प्रदेश उपाध्यक्ष गजेंदर सिंह तेवतिया, एससी/एसटी आयोग के सदस्य एवं प्रदेश उपाध्यक्ष नरेन्द्र खजूरी, व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष परिणीता सिंह, प्रोफेशनल मंच के प्रदेश अध्यक्ष अम्बुज पटेल, श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेश पाल धनगर, युवा रालोद के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक त्यागी के अलावा अन्य प्रदेश पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
बैठक में अधिकांश लोगों ने किसानों की समस्याओं एवं दल को मजबूत करने पर जोर दिया, इस अवसर पर महासचिव रजनीकांत मिश्रा, रमावती तिवारी, प्रीती श्रीवास्तव, प्रदेश कोषाध्यक्ष बीएल प्रेमी, महासचिव चंद्रकांत अवस्थी, अवध क्षेत्र के अध्यक्ष चौधरी राम सिंह पटेल, प्रदेश प्रवक्ता अंकुर सक्सेना, सम्राट सिंह चौहान, मयंक त्रिवेदी, जिलाध्यक्ष राम सेवक रावत के अलावा किसान प्रकोष्ठ प्रदेश पदाधिकारी एवं जिलाध्यक्ष उपस्थित रहे।





