प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं का प्रयागराज पहुंचना शुरू हो गया है। इस बार मेले में पहली बार भव्य डोम सिटी का निर्माण किया गया है, जो आधुनिकता, आध्यात्म और भव्यता का अद्भुत संगम है।
डोम सिटी की खासियत
डोम सिटी को 3 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया गया है, जिसकी लागत 51 करोड़ रुपये है। इसमें फायरप्रूफ डोम बनाए गए हैं। यहां रुकने वाले श्रद्धालु हिल स्टेशन का अनुभव करेंगे।
- 
360-डिग्री लुक: अंडाकार डिजाइन के कॉटेज से गंगा और यमुना नदी का नजारा दिखाई देगा।
 - 
आधुनिक सुविधाएं: कॉटेज में अटैच टॉयलेट, ठंडी हवाओं के बीच आरामदायक माहौल और अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
 - 
किराया: डोम सिटी के कॉटेज का किराया 81 हजार रुपये तक होगा।
 
सफाई पर विशेष ध्यान
महाकुंभ 2025 में सफाई सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं की संभावना को देखते हुए पूरे संगम क्षेत्र में 10 लाख ग्रीन टॉयलेट लगाए जा रहे हैं। ये टॉयलेट पर्यावरण के अनुकूल हैं और गंदगी को रोकने के लिए बनाए गए हैं।
- 
महिलाओं के लिए खास व्यवस्था की गई है।
 - 
सफाई के लिए हर जगह टीमों को तैनात किया जाएगा।
 
गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण
उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया है।
यह धार्मिक आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर 45 दिनों तक चलेगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान कर धर्म और अध्यात्म का अनुभव करेंगे।
डोम सिटी: आस्था और आधुनिकता का संगम
डोम सिटी महाकुंभ मेले की सबसे आकर्षक विशेषताओं में से एक होगी। आधुनिक सुविधाओं के साथ धार्मिक माहौल का यह अनुभव श्रद्धालुओं के लिए यादगार रहेगा। डोम सिटी का उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव प्रदान करना है, जो उन्हें महाकुंभ की पवित्रता के साथ-साथ आधुनिकता का आनंद भी देगा।
Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.
								
															
			
			




