प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ 2025 मेला क्षेत्र में रविवार को आग लग जाने के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग ने देखते ही देखते कई टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे मेला क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आग लगने के बाद मेला क्षेत्र में मौजूद श्रद्धालु और तीर्थयात्री घबराकर इधर-उधर दौड़ने लगे, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग के कारण किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन कई टेंट जलकर राख हो गए हैं।
मेला क्षेत्र में एक बड़ी संख्या में अस्थायी टेंट लगाए गए हैं, जहां तीर्थयात्री और साधु-संत ठहरे हुए थे। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के अन्य टेंटों में भी डर का माहौल फैल गया। आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक कई टेंट जलकर खाक हो चुके थे।
जानकारी अनुसार यह आग महाकुंभ मेला क्षेत्र के शास्त्री ब्रिज सेक्टर-19 कैंप में लगी है। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की अनेक गाड़ियां घटना स्थल पर पहुंच गईं और आग पर काबू कर लिया गया। इस बीच एलपीजी सिलेंडर फटने की भी खबर है।
बताया जा रहा है कि टेंट में खाना बनाते समय आग लगी होगी, जिसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है। इस आग की चपेट में आस-पास के अन्य टेंट भी आ गए। इस आग के कारण गैस सिलेंडर में ब्लास्ट होने की बात कही जा रही है। आग की चपेट में आने के कारण 20 से 25 टेंट जल गए।

बताया जा रहा है कि सर्वप्रथम आग अखाड़े से आगे वाली सड़क पर लोहे के ब्रिज के नीचे लगी। सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और इलाके को सील कर आग को काबू करने की भरसक कोशिश की गई। हवा तेज होने के कारण आग फैली लेकिन समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। आग के कारण महाकुंभ में कई टेंट जल गए, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग लगने से टेंट में रखा सामान भी जलकर राख हो गया।
वहीं, स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। आग की स्थिति पर नियंत्रण पाने के बाद, अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और संबंधित स्थानों पर जांच अभियान शुरू कर दिया है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि शॉर्ट सर्किट या मेला क्षेत्र में बिजली के तारों में कोई समस्या इसकी वजह हो सकती है।
महाकुंभ मेला, जो इस समय अपने पूर्ण यौवन पर है, में लाखों लोग धर्मिक अनुष्ठान और स्नान के लिए आए हुए हैं। यह मेला विश्वभर में अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक अहमियत के लिए प्रसिद्ध है। आग की घटना ने आयोजकों और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर दी है, लेकिन राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। मेला प्रशासन ने आग के कारण किसी प्रकार की जनहानि की रिपोर्ट नहीं दी है, और वे स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं।
इस घटना में फिलहाल किसी जनहानि की कोई खबर नहीं है। आग इतनी भीषण थी कि महाकुंभ मेले क्षेत्र वाले आसमान में काला धुआं छा गया। सोशल मीडिया पर आग भड़कने का वीडिया वायरल हुआ है।
आग की घटना के बाद मेला क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।





