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ड्रोन शो के माध्यम से संगम तट पर दिखा संस्कृति, अध्यात्म और तकनीकी संगम का अद्भुत नजारा

लखनऊ। 144 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में प्रदेश के सबसे बड़े ड्रोन शो का शुभारंभ हुआ। श्रद्धालुओं ने शुक्रवार देर शाम आकाश में समुद्र मंथन का जीवंत चित्रण देखा। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित 2,500 ड्रोन का विशाल शो शनिवार और रविवार को भी दिखाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को ड्रोन के माध्यम से भारतीय गौरवशाली संस्कृति, अध्यात्म और तकनीकी का अनूठा समन्वय देखने को मिला। आकाश नीली रोशनी से जगमगा उठा और रंग बिरंगे धार्मिक प्रतीकों की अद्भुत छटा प्रस्तुत की गयी।

यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ क्षेत्र सेक्टर-7 में ड्रोन शो का शुभारंभ शंख ध्वनि के साथ हुआ। महाकुंभ की गाथा को अनोखे रूप में प्रस्तुत किया गया। श्रद्धालुओं ने समुद्र मंथन के महाकाव्य को आकाश के विशाल कैनवास पर जीवंत होते देखा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सशक्त नेतृत्व में पर्यटन विभाग ने महाकुम्भ मेले को एक वैश्विक तीर्थ स्थल का रूप दिया है। भक्तजनों के लिए प्रयागराज में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं यातायात व्यवस्थाएं और महिला सुरक्षा की व्यवस्था उपलब्ध हैं।

जयवीर सिंह ने बताया कि महाकुम्भ के इस पवित्र अवसर पर त्रिवेणी संगम में स्नान का महत्व अनमोल है। गंगा, यमुना और सरस्वती की मिलन स्थली में मनुष्य को आत्मा की शुद्धि का और भगवान के साथ एकाकार होने का अनुभव होता है। यहां का हर जल कण, समृद्धि, आस्था और तात्त्विक शक्ति से परिपूर्ण है। यहीं भक्तों को मोक्ष की राह मिलती है। 144 वर्षों में एक बार होने वाले आस्था के इस पर्व में आज देश-विदेश से करोड़ों भक्तजन सम्मिलित हैं।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि महाकुंभ के सांस्कृतिक और धार्मिक वैभव को उजागर करके, उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाया है। उत्तर प्रदेश आज न केवल भारत का आध्यात्मिक केंद्र है, बल्कि विज्ञान, तकनीक और सतत विकास में भी अग्रणी है। यूपी टूरिज्म की इसी नवीन सोच ने आज ड्रोन शो के माध्यम से प्रौद्योगिकी और परंपरा का यह अद्भुत संगम संभव किया है।

जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत की प्राचीन परंपराओं को संरक्षित करने का पवित्र दायित्व उठाया है। परंपराओं की नींव पर खड़ा, आज का उत्तर प्रदेश आधुनिकता और नवाचार में भी भारत के अग्रणी राज्यों में से एक है। उप्र के कौशल एवं सामर्थ्य से आज का उप्र सशक्त, गर्वित और निर्भीक है। साथ ही आधुनिक तकनीकी एवं विकास की एक नई इबारत लिख रहा है।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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