नोएडा में साइबर ठगों ने एलआईसी के रिटायर्ड मैनेजर चंद्रभान पालीवाल और उनके परिवार को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ दस लाख रुपये की ठगी कर ली। यह नोएडा में पहली घटना है, जहां पूरे परिवार को साइबर ठगों ने पांच दिन तक बंधक बना लिया।
कैसे हुआ डिजिटल अरेस्ट?
चंद्रभान को 1 फरवरी को एक अनजान नंबर से कॉल आई, जिसमें सिम बंद होने और मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच में केस चलने की बात कही गई। कुछ देर बाद फर्जी आईपीएस अधिकारी ने वीडियो कॉल कर डराया कि उनके खिलाफ 24 केस दर्ज हैं, जिनमें मनी लॉंड्रिंग और धोखाधड़ी शामिल हैं।
इसके बाद फर्जी जज ने वीडियो कॉल पर बेल खारिज कर दी और गिरफ्तारी की धमकी दी। ठगों ने स्काइप के जरिए परिवार पर नजर रखी और बैंक एफडी तुड़वाकर 1.10 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए।
जब पीड़ित बैंक दोबारा पैसे ट्रांसफर करने गया, तो बैंक अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत करने को कहा। पुलिस अब साइबर खातों की जांच कर रही है और ठगों का पता लगाने में जुटी है।

Author: Sweta Sharma
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