नई दिल्ली। अमेरिकी प्रोडक्ट बॉर्बन व्हिस्की के आयात पर केंद्र सरकार ने कस्टम ड्यूटी 150 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दी है। अमेरिका, भारत को बॉर्बन व्हिस्की का प्रमुख निर्यातक है और भारत में आयात की जाने वाली इस श्रेणी की लगभग 25 प्रतिशत शराब अमेरिका से आती है।
यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वार्ता से ठीक पहले 13 फरवरी को की गई। यह निर्णय अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और व्यापक व्यापार समझौते पर बातचीत की तैयारी के तहत लिया गया है। हालांकि, अन्य विदेशी शराब पर कोई बदलाव नहीं किया गया है, और उन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लागू रहेगा। व्हाइट हाउस में पीएम मोदी के साथ मुलाकात से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के ऊंचे टैरिफ पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने विशेष रूप से हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल का हवाला देते हुए भारत के आयात शुल्क को अधिक बताया था। इसके बाद रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने बॉर्बन व्हिस्की के कस्टम ड्यूटी में कटौती का नोटिफिकेशन जारी किया। भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में 25 लाख डॉलर मूल्य की बॉर्बन व्हिस्की का आयात किया था। इसके प्रमुख निर्यातक देशों में अमेरिका, यूएई, सिंगापुर और इटली शामिल हैं। भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर से अधिक करने का संकल्प लिया है। वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-नवंबर) में अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था।
इस दौरान द्विपक्षीय व्यापार 82.52 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें 52.89 अरब डॉलर का निर्यात और 29.63 अरब डॉलर का आयात शामिल था। पिछले तीन वर्षों में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है। वर्ष 2023-24 में अमेरिका के साथ भारत का व्यापार 119.71 अरब डॉलर तक पहुंचा, जिसमें 77.51 अरब डॉलर का निर्यात और 42.19 अरब डॉलर का आयात शामिल था। इस दौरान भारत को 35.31 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष मिला, जो अमेरिका के साथ मजबूत व्यापारिक संबंधों को दर्शाता है।
