महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए अपार जनसैलाब उमड़ पड़ा है। इस बार अनुमान है कि करीब 25 लाख भक्त काशी पहुंचेंगे, जो अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ सकता है। आधी रात से ही मंदिर के बाहर तीन किलोमीटर लंबी कतारें लगी हैं, और बाबा विश्वनाथ पूरे 46 घंटे तक भक्तों को दर्शन देंगे।

सीएम योगी के निर्देश पर मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने विशाल भीड़ को संभालने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। काशी विश्वनाथ धाम परिसर और आसपास के इलाकों में पुलिस, अर्धसैनिक बल, एटीएस कमांडो और एसटीएफ को तैनात किया गया है। वरिष्ठ अधिकारी लगातार क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं।
इस बार महाशिवरात्रि का उत्सव और भी खास हो गया है, क्योंकि महाकुंभ का ‘पलट प्रवाह’ काशी में देखने को मिल रहा है। वर्षों बाद बने इस विशेष संयोग ने श्रद्धालुओं की संख्या को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दिया है।
जूना अखाड़े के नागा साधु त्रिशूल, तलवार और गदा लेकर ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष के साथ बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए निकले। उनकी पेशवाई का स्वागत फूलों की वर्षा और माल्यार्पण के साथ किया गया। काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार पर मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने नागा साधुओं का अभिनंदन किया।

- वीआईपी और प्रोटोकॉल को निरस्त कर हर भक्त को समान अवसर दिया गया।
- मंगलवार रात 2:15 बजे मंगला आरती के बाद मंदिर के कपाट खोले गए।
- गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में पुण्य स्नान किया।
योगी सरकार की सक्रियता से इस बार की महाशिवरात्रि ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बन गई है।
Author: Sweta Sharma
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