Nishchay Times लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ की ऐशबाग ईदगाह में ईद की नमाज के दौरान भारी बैरिकेडिंग का आरोप लगाते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ईदगाह परिसर में पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग कर दी है, जिससे मुस्लिम समाज को रोकने की कोशिश की जा रही है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें करीब आधे घंटे तक अंदर जाने से रोके रखा।
पहली बार इतनी बैरिकेडिंग देखी: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने पहले कभी इतनी बैरिकेडिंग नहीं देखी। जब उन्होंने पुलिस अधिकारियों से इसका कारण पूछा, तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दूसरे धर्म के त्योहार में शामिल होने से रोकने का दबाव बनाया जा रहा है।
अखिलेश ने कहा, “ईद का त्योहार खुशी और भाईचारे का प्रतीक है। हम सब एक-दूसरे से गले मिलते हैं, सेवइयां खाते हैं और खुशियां साझा करते हैं। भारत की खूबसूरती यही है कि अलग-अलग धर्मों के लोग एक साथ मिलकर त्योहार मनाते हैं। लेकिन आज पहली बार मैंने देखा कि त्योहार के मौके पर इस तरह की बैरिकेडिंग की गई है।”
नेताजी के साथ पहली बार आए थे ईदगाह
अखिलेश यादव ने भावुक होते हुए कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) पहली बार उन्हें ऐशबाग ईदगाह लेकर आए थे और तब से लेकर आज तक वे लगातार यहां आते रहे हैं। लेकिन इस बार की बैरिकेडिंग ने उन्हें हैरान कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें जानबूझकर रोका और सिर्फ एक गाड़ी को ही अंदर जाने दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि इस तरह की बैरिकेडिंग तानाशाही की तरह लगती है। उन्होंने पूछा कि क्या यह इमरजेंसी जैसा माहौल नहीं है? उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह मुस्लिम समाज को रोकने की साजिश है।
अखिलेश यादव ने ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा, “यह हमारे देश की खूबसूरती है कि अलग-अलग धर्मों के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं और त्योहारों को खुशी से मनाते हैं। जब हम इसी तरह मिलकर रहेंगे, तो हमारा देश और आगे बढ़ेगा।” समाजवादी पार्टी अध्यक्ष के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है और विपक्ष ने भी यूपी सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

Author: Sweta Sharma
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