29 मार्च को एटीएम बदलकर निकाले थे 28,194 रुपये
घटना का खुलासा 29 मार्च को हुआ जब जितेंद्र श्रीवास्तव ने थाना गाजीपुर में शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात व्यक्तियों ने उनके भाई रितेंद्र श्रीवास्तव से धोखाधड़ी करते हुए एटीएम कार्ड बदल लिया और 28,194 रुपये निकाल लिए। इस मामले में थाना प्रभारी ने चुनौतीपूर्ण ढंग से कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की। रविवार को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मुंशी पुलिया के पास एक संदिग्ध अल्टो कार को रोककर चेकिंग की। कार में बैठे दो व्यक्तियों को बाहर निकालकर तलाशी ली गई। ड्राइविंग सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपना नाम अमित (32 वर्ष) पुत्र स्व. राजेंद्र, निवासी बलराम नगर थाना लोनी, जनपद गाजियाबाद बताया। तलाशी के दौरान उसके पास से 5,500 रुपये नगद और 17 एटीएम कार्ड बरामद हुए।
पिन कोड जानकर बदल देते थे एटीएम कार्ड
अमित के साथ मौजूद दूसरे आरोपी ने अपना नाम सद्दाम (32 वर्ष) पुत्र स्व. सगीर, निवासी बलराम नगर थाना लोनी, जनपद गाजियाबाद बताया। उसके पास से 5,300 रुपये नगद और 31 एटीएम कार्ड बरामद हुए। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि वे एटीएम बूथ पर लोगों को गुमराह कर पिन कोड जान लेते थे और एटीएम कार्ड बदलकर पैसे निकाल लेते थे। आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पिछले 4-5 वर्षों से दिल्ली और देहरादून में भी इसी तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। लखनऊ में भी कई घटनाओं को अंजाम देने की बात उन्होंने मानी। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से उनकी पहचान हुई और फुटेज में दोनों की मौजूदगी की पुष्टि भी हुई है।
गाड़ी सीज और आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद अल्टो कार के कागजात न मिलने पर उसे धारा 207 एमवी एक्ट के तहत सीज कर दिया गया है। आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है। लखनऊ पुलिस की इस कार्रवाई से एटीएम फ्रॉड के मामलों में कमी आने की उम्मीद है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से अपराधियों को कड़ा संदेश मिला है।

Author: Sweta Sharma
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