मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व एवं आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के निर्देशन में आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक का सर्वाधिक वार्षिक राजस्व अर्जित किया है। इस वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग ने ₹52,297.08 करोड़ (अनंतिम आंकड़े) का राजस्व प्राप्त किया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में अर्जित ₹45,570.47 करोड़ की तुलना में ₹6,726.61 करोड़ (14.76 प्रतिशत) अधिक है।
लगातार बढ़ रही है राजस्व में वृद्धि
आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह ने बताया कि प्रमुख सचिव वीना कुमारी के मार्गदर्शन में विभाग ने सतत् प्रयासों से यह वृद्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में ₹41,252.24 करोड़ का राजस्व अर्जित हुआ था, जो वर्ष 2023-24 में ₹4,318.23 करोड़ (10.47 प्रतिशत) अधिक हुआ। इस प्रकार, वर्तमान वित्तीय वर्ष में राजस्व वृद्धि की दर 14.76 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष की वृद्धि दर 10.47 प्रतिशत से अधिक है।
अवैध शराब पर प्रभावी अंकुश
इसके अतिरिक्त, आबकारी विभाग ने नकली शराब के उत्पादन और बिक्री पर भी प्रभावी नियंत्रण रखा है। विभाग द्वारा चलाए गए सघन अभियान और कड़ी निगरानी के कारण पिछले दो वर्षों में अवैध शराब के सेवन से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। डॉ. आदर्श सिंह ने बताया कि विभाग ने न केवल राजस्व संग्रह में वृद्धि की है बल्कि अवैध शराब पर भी कड़ी कार्रवाई की है। राज्यभर में चलाए गए विशेष जागरूकता अभियानों और सख्त प्रवर्तन के चलते अवैध शराब के उत्पादन और बिक्री में कमी आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि के लिए विभाग की प्रशंसा की और कहा कि राज्य सरकार आबकारी विभाग के कामकाज को और अधिक पारदर्शी एवं जनहितकारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य राजस्व वृद्धि के साथ-साथ समाज में शराब के दुष्प्रभावों को कम करना भी है।
इस उपलब्धि के साथ उत्तर प्रदेश ने आबकारी राजस्व संग्रह के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

Author: Sweta Sharma
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