बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले वक्फ संशोधन विधेयक और NRC जैसे मुद्दों को लेकर सियासत गरमा गई है। मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने की रणनीति तेज कर दी है। पटना स्थित राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर शनिवार को एक विवादित पोस्टर लगाया गया, जिसमें वक्फ बिल और NRC के मुद्दे पर नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया है।
इस पोस्टर में लिखा गया है, “नीतीश कुमार बताएं, क्या NRC और वक्फ बिल पर भाजपा की गुलामी स्वीकार है?” साथ ही इसमें नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ भाजपा नेताओं की तस्वीरें भी जोड़ी गई हैं। पोस्टर में यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि नीतीश कुमार भाजपा के दबाव में मुस्लिम विरोधी नीतियों का समर्थन कर रहे हैं। आरजेडी नेताओं का कहना है कि वक्फ संशोधन विधेयक अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर कब्जा करने की कोशिश है और नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधकर भाजपा का साथ दिया है। पार्टी ने यह भी कहा कि अगर जेडीयू को अल्पसंख्यकों की चिंता होती, तो वह संसद में इस विधेयक का विरोध करती।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद सत्तारूढ़ एनडीए खेमे में भी हलचल तेज हो गई है। जेडीयू की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह विपक्ष का चुनावी हथकंडा है। वहीं, आरजेडी ने ऐलान किया है कि आने वाले दिनों में वह इस मुद्दे को लेकर statewide जन-जागरण अभियान चलाएगी।
बिहार की सियासत में एक बार फिर पोस्टर पॉलिटिक्स चर्चा का केंद्र बन चुकी है।
Author: Sweta Sharma
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