उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ जनपद में पर्यटन विकास, मंदिरों के सौंदर्यीकरण और घाट निर्माण के लिए 4192.34 लाख रुपये की 15 नई परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। यह कार्य वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य सेक्टर के अंतर्गत स्वीकृत किए गए हैं। इन परियोजनाओं से लखनऊ में धार्मिक पर्यटन, सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण और श्रद्धास्थलों का विकास किया जाएगा।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन परियोजनाओं से लखनऊ की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान को नया आयाम मिलेगा। महाराजा बिजली पासी किले की फसॉड वॉल निर्माण और पर्यटन विकास के लिए 492.79 लाख रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई है।
इसके अतिरिक्त, श्रीरामचंद्र सिंह प्रधान के प्रस्ताव पर रहीमाबाद स्थित बाराही देवी मंदिर, और डॉ. राजेश्वर सिंह विधायक के प्रस्ताव पर रेतेश्वर महादेव मंदिर के पर्यटन विकास के लिए क्रमशः 68.24 लाख और 93.43 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के प्रस्ताव पर मलिहाबाद के पंचमुखी हनुमान मंदिर के लिए 99.13 लाख, और हनुमन्त धाम मंदिर के लिए 214.76 लाख रुपये की परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। वहीं, केपी सिंह, विशेष कार्याधिकारी के प्रस्ताव पर बुद्धेश्वर महादेव मंदिर, आलमनगर में 231.75 लाख रुपये का विकास कार्य होगा।
अन्य परियोजनाओं में योगेश शुक्ला विधायक के प्रस्ताव पर 99.86 लाख, नीरज बोरा विधायक के प्रस्ताव पर 98.59 लाख रुपये की परियोजना नानकशाही मठ के लिए स्वीकृत की गई है। मनकामेश्वर मंदिर (डालीगंज) के लिए 99.13 लाख, सई नदी घाट (सरोजनीनगर) पर 199.62 लाख रुपये की परियोजनाएं भी शामिल हैं।
पर्यटन भवन, गोमती नगर के उच्चीकरण के लिए 959.385 लाख, स्मृतिका वॉर मेमोरियल में लेजर शो के लिए 894.96 लाख, रैदाश मंदिर (अलीगंज) के लिए 464.55 लाख और तथागत बुद्ध बिहार (सरोजनीनगर) के लिए 75.10 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
इनमें से अधिकांश कार्य उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा कराए जाएंगे, जबकि बिजली पासी किले की लाइटिंग यू.पी. प्रोजेक्ट्स कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा की जाएगी।

Author: Sweta Sharma
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