प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुंचे। बाबतपुर एयरपोर्ट से वे हेलिकॉप्टर द्वारा मेंहदीगंज स्थित जनसभा स्थल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 39 करोड़ रुपये की लागत वाली 44 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। साथ ही, तीन बुजुर्गों को आयुष्मान भारत कार्ड सौंपे और 21 उत्पादों को GI टैग देने की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि काशी अब विकास की नई गति पकड़ चुकी है। उन्होंने GI टैग को “पहचान का नया पासपोर्ट” बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश अब संभावनाओं की नहीं, बल्कि सामर्थ्य और सिद्धियों की भूमि बन चुका है। उन्होंने कहा कि GI टैग से उत्पादों को विश्व स्तर पर पहचान मिल रही है, और यूपी इस मामले में देश में नंबर वन है। प्रधानमंत्री ने लखपति दीदी योजना की सराहना करते हुए महिलाओं को नई ऊर्जा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेहनतकश बहनों ने यह साबित कर दिया है कि यदि उन पर भरोसा किया जाए, तो वे इतिहास रच सकती हैं।

पीएम ने कहा कि वाराणसी में अब इलाज के लिए जमीन बेचने या कर्ज लेने की जरूरत नहीं है। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों मरीजों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। उन्होंने बताया कि शहर में अब तक 50 हजार वय वंदना कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सामाजिक चेतना और नारी सशक्तिकरण की दिशा में महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के योगदान का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि हम उनके संकल्पों को आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम ने चमोली सामूहिक दुष्कर्म मामले का संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का मंत्र है “सबका साथ, सबका विकास”, जबकि विपक्ष का एजेंडा “परिवार का साथ, परिवार का विकास” तक ही सीमित है। अंत में उन्होंने कहा कि काशी अब आरोग्य की राजधानी बन रही है, जहां दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों के अस्पतालों की सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। पूर्वांचल और नेपाल तक के लोग इलाज के लिए काशी आ रहे हैं — यही असली विकास है।
Author: Sweta Sharma
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