मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने उग्रवादी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले 48 घंटों में इंफाल घाटी के अलग-अलग जिलों से प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े नौ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां शुक्रवार और शनिवार को हुईं, जिनकी जानकारी रविवार को पुलिस अधिकारियों ने साझा की। पुलिस ने बताया कि शनिवार को इंफाल पूर्वी जिले के नोंग्दम गांव के पास नेपेटपल्ली एंड्रो रोड से यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (पंबेई) के दो कार्यकर्ता पकड़े गए। दोनों पर जबरन वसूली में शामिल होने का आरोप है। शुक्रवार को बिष्णुपुर जिले के निंगथौखोंग वार्ड से कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (ताइबांगनबा) का एक सदस्य पकड़ा गया। उसी दिन केसीपी (एमएफएल) के दो सदस्य इंफाल पश्चिम जिले से गिरफ्तार किए गए।
इसके अलावा, प्रेपक (पीआरओ) का एक सदस्य इंफाल पूर्वी जिले के क्यामगेई हेइबोंग माखोंग से, केवाईकेएल का एक कैडर और यूपीपीके संगठन का एक सदस्य भी इसी जिले से पकड़ा गया। संजेनबाम शांगशाबी गांव से प्रेपक का एक अन्य सक्रिय सदस्य भी पुलिस के हत्थे चढ़ा। मणिपुर में मई 2023 से जातीय हिंसा जारी है, जिसमें अब तक 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों बेघर हुए हैं। 13 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया, जिससे उग्रवादियों के खिलाफ अभियान तेज हो गया है।
Author: Sweta Sharma
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