ओलावृष्टि और तेज हवाओं का अलर्ट:
उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। रविवार को तड़के से ही पूर्वी और तराई इलाकों में तेज पुरवाई हवाएं चलने लगीं और आसमान में घने काले बादल छा गए। इसके चलते पूर्वी हिस्सों में दिन का तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे लोगों को हीट वेव से राहत मिली। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ और निचले क्षोभमंडलीय परिसंचरण के कारण यह बदलाव आया है। अगले कुछ दिनों तक लू से राहत मिलने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने प्रदेश के 17 जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई है। वहीं तराई क्षेत्र के 12 जिलों में गरज-चमक और ओलावृष्टि के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और देवरिया प्रमुख हैं।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक से चार मई तक प्रदेश के विभिन्न इलाकों में आंधी और बारिश के आसार बने रहेंगे। विशेष रूप से सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, बलिया, गोरखपुर और संत कबीर नगर जैसे जिलों में ओलावृष्टि और वज्रपात की संभावना जताई गई है।
इसके अलावा, वज्रपात का खतरा बांदा, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर नगर, अयोध्या, झांसी, ललितपुर सहित कुल 50 से ज्यादा जिलों में बना हुआ है। मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और खराब मौसम के दौरान खुले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी है।
राज्य सरकार ने भी सभी जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गर्मी से फिलहाल राहत है, लेकिन मौसम में यह तेजी से बदलता मिजाज आने वाले दिनों में सतर्कता बरतने की चेतावनी भी दे रहा है।
Author: Sweta Sharma
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