लखनऊ के एलडीए कॉलोनी स्थित डाकघर में 13 खातों से 76 लाख रुपये की हेराफेरी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस और डाक विभाग की जांच में पूर्व संविदाकर्मी दीपू यादव का नाम सामने आया है, जो इस घोटाले के बाद से फरार है। वहीं, खाताधारक विपिन को उसका सहयोगी बताया जा रहा है।
एसीपी कृष्णानगर विकास पांडेय ने जानकारी दी कि शिकायत मिलने के बाद सभी पीड़ित खाताधारकों को नोटिस भेजा गया है और बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। पुलिस ने दीपू यादव की तलाश में टीम गठित कर दबिश देना शुरू कर दिया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि डाक विभाग की ओर से एक महीने तक आंतरिक जांच करने के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया। इस दौरान कथित तौर पर अपने कर्मचारियों को बचाने की कोशिश भी हुई और जांच में लीपापोती के आरोप लगे हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, डाकघर के 4-5 कर्मचारी जांच के दायरे में हैं। वहीं, विभागीय उच्चाधिकारियों ने एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
पीड़ित खाताधारकों का कहना है कि उन्होंने सालों की जमा पूंजी डाकघर में सुरक्षित समझकर रखी थी, लेकिन अब वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। कई खाताधारकों ने आर्थिक संकट में होने की बात कही है।
इस घोटाले से डाक विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस कब तक मुख्य आरोपी दीपू यादव को पकड़ पाती है और पीड़ितों को उनकी रकम वापस दिलाने में क्या प्रगति होती है।
Author: Sweta Sharma
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