मेरठ के हस्तिनापुर कस्बे की शांत मानी जाने वाली मनोहरपुर कॉलोनी सोमवार सुबह उस समय दहल गई, जब 55 वर्षीय चंद्रपुत्र कालूराम का शव बीआरसी कार्यालय के पास स्थित कंपोजिट विद्यालय में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। कालूराम पेशे से लोहे की सरिया बांधने का काम करते थे और रोज की तरह रविवार रात 11 बजे टहलने निकले थे। परिजनों को लगा वह लौटकर सो गए होंगे, लेकिन सुबह स्कूल परिसर में शव मिलने की खबर से सनसनी फैल गई।
घटना स्थल पर पहुंचे परिजनों ने शव की पहचान की और बताया कि चंद्र का किसी से कोई विवाद नहीं था, बावजूद इसके सिर और कमर पर गंभीर चोट के निशान थे, जो हत्या की ओर इशारा करते हैं। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। स्थानीय लोग और परिजन लगातार रात्रि गश्त की कमी को लेकर पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। मृतक के बेटे मनीष ने कहा, “पापा रोज की तरह निकले थे, पर अंदाजा नहीं था कि अब कभी लौटेंगे ही नहीं।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.