लखनऊ: भारत-नेपाल सीमा से पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों की साजिश का इनपुट मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, करीब 37 संदिग्ध पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिक नेपाल में सक्रिय हैं जो लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या और मथुरा जैसे संवेदनशील शहरों को निशाना बना सकते हैं।
विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट के बीच नेपाल के रास्ते आतंकी घुसपैठ की आशंका ने चिंता बढ़ा दी है। इसी के मद्देनज़र, नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों — बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, पीलीभीत और लखीमपुर खीरी — में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने सीमा पर 1500 अतिरिक्त जवान तैनात किए हैं। SSB की 42वीं वाहिनी ने दोहरी गश्त व्यवस्था शुरू कर दी है जिसमें जवान आमने-सामने निगरानी कर रहे हैं। वन क्षेत्रों में नई चौकियां स्थापित की गई हैं और पूरे इलाके को सीसीटीवी सर्विलांस से जोड़ा गया है।
हर आने-जाने वाले की गहन जांच की जा रही है। बलरामपुर के एएसपी योगेश कुमार ने जानकारी दी कि पुलिस और SSB की संयुक्त टीमें चौबीसों घंटे सक्रिय हैं। ग्राम सुरक्षा समितियों को भी अलर्ट किया गया है ताकि स्थानीय स्तर पर कोई संदिग्ध गतिविधि तुरंत पकड़ी जा सके।
जरवा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गोविंद कुमार ने बताया कि PSC, पुलिस और SSB मिलकर लगातार गश्त कर रहे हैं। कोयलाबास चौकी प्रभारी सुजीत कुमार और गुरुंग नाका प्रभारी एच. सोमेन सिंह के अनुसार, सीमा पर आवाजाही आंशिक रूप से रोक दी गई है और सतर्कता बढ़ा दी गई है।
SSB 42वीं बटालियन के कमांडेंट गंगा सिंह ने पुष्टि की कि 33 से 37 संदिग्ध आतंकी नेपाल में देखे गए हैं, जो किसी भी वक्त भारत में घुसने की कोशिश कर सकते हैं। इसके चलते सीमा की निगरानी और सख्त कर दी गई है।

Author: Sweta Sharma
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