नई दिल्ली – भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर पर कड़ा हमला बोलते हुए उन्हें धार्मिक कट्टरपंथी बताया है और पहलगाम आतंकी हमले को इसी सोच की उपज करार दिया है। नीदरलैंड के एक समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में डॉ. जयशंकर ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और कश्मीर की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश का आरोप लगाया।
जयशंकर ने कहा कि “जम्मू-कश्मीर में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या एक सोची-समझी साजिश थी, जो कश्मीर की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को तबाह करने की कोशिश थी।” उन्होंने यह भी कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा, जिससे साफ होता है कि यह हमला धार्मिक भेदभाव फैलाने के मकसद से किया गया।
टीआरएफ और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 2023 और 2024 में टीआरएफ पर प्रतिबंध की मांग की थी। जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत ने हमले के जिम्मेदार आतंकियों की पहचान की और उन्हें निशाना भी बनाया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने केवल यूएन द्वारा चिन्हित आतंकी ठिकानों पर ही कार्रवाई की, किसी सैन्य या नागरिक ठिकानों को निशाना नहीं बनाया। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों के समर्थन में भारत पर प्रतिक्रिया दी।
जब उनसे पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में कोई तीसरा पक्ष शामिल था क्या, तो डॉ. जयशंकर ने इस बात को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम द्विपक्षीय बातचीत से ही तय हुआ था और भारत ने 10 मई को जवाबी कार्रवाई की तो पाकिस्तानी सेना ने खुद संघर्षविराम की पेशकश की।

Author: Sweta Sharma
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