उत्तर प्रदेश की आबकारी नीति और तकनीकी व्यवस्था से प्रभावित हुआ पंजाब का प्रतिनिधिमंडल
रैडिको खेतान प्लांट और शराब दुकान का किया भ्रमण
अंतरराज्यीय अध्ययन भ्रमण एवं संवाद से विभिन्न राज्यों के मध्य ज्ञान एवं अनुभव का आदान-प्रदान संभव होता है-डा0 आदर्श सिंह
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आबकारी आयुक्त डा0 आदर्श सिंह ने बताया कि आज पंजाब राज्य के आबकारी विभाग के दो सदस्यीय शिष्टमंडल, जिसमें आबकारी अधिकारी अमित गोयल एवं रूपिंदर जीत सिंह सम्मिलित थे, ने उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर स्थित मेसर्स रैडिको खेतान लिमिटेड की इकाई का भ्रमण किया। यह भ्रमण उत्तर प्रदेश में लागू आबकारी नीति एवं इससे संबंधित सर्वाेत्तम प्रक्रियाओं का अध्ययन करने के उद्देश्य से किया गया।
श्री सिंह ने बताया कि भ्रमण के दौरान शिष्टमंडल द्वारा इकाई में स्थापित टेट्रा पैक मशीनों की कार्यप्रणाली, उसकी उत्पादन क्षमता एवं स्थापना हेतु आवश्यक उपकरणों का अध्ययन किया गया। टेट्रा पैक लैमिनेट की आपूर्ति व्यवस्था तथा पैकिंग सामग्री की खरीद के स्रोतों की जानकारी ली गई। इसके अतिरिक्त टेट्रा पैक मशीनों के अनुरक्षण में होने वाले व्ययों के संबंध में विवरण प्राप्त किया गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश आबकारी नीति वर्ष 2025-26 के अंतर्गत देशी मदिरा एवं विदेशी मदिरा के उत्पादन/विक्रय पर निर्धारित विभिन्न रिटर्न शुल्कों की जानकारी भी प्रतिनिधियों को प्रदान की गई।
आबकारी आयुक्त ने बताया कि प्रतिनिधि मण्डल द्वारा ट्रैक एंड ट्रेस प्रणाली, क्यूआर कोड प्रिंटिंग, उसके प्रेषण एवं संबंधित प्रक्रिया का निरीक्षण किया गया तथा क्यूआर कोड प्रिंटिंग मशीन का अवलोकन किया गया। जिसकी प्रतिनिधि मण्डल ने सराहना भी की। प्रतिनिधियों द्वारा टेट्रा पैक लाइनों पर स्थापित ऑनलाइन स्कैनिंग प्रणाली (सुंदरम) का अवलोकन किया गया। संयंत्र में स्थापित एएनपीआर कैमरा, रडार आधारित लेवल टैंक मीटर एवं मास फ्लोमीटर आदि तकनीकी उपकरणों के संचालन की जानकारी प्राप्त की गई।
शिष्टमंडल द्वारा सिधौली बाजार, सीतापुर स्थित मिश्रित शराब दुकान (विदेशी मदिरा एवं बीयर) का भ्रमण किया गया, जहाँ उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी एवं विक्रेता से मशीन के माध्यम से विक्रय, सीसीटीवी निगरानी, मदिरा की उपलब्धता एवं दुकान से होने वाली राजस्व प्राप्ति के विषय में चर्चा की। उत्तर प्रदेश में लागू आबकारी नीति एवं विभाग द्वारा अपनाई गई उत्कृष्ट कार्यप्रणालियों से संबंधित समस्त जानकारी शिष्टमंडल को प्रदान की गई।
भ्रमण उपरांत उक्त शिष्टमंडल के साथ आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के कैंप कार्यालय, लखनऊ में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उपर्युक्त समस्त जानकारी औपचारिक रूप से प्रदान की गई। श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार के अंतरराज्यीय अध्ययन भ्रमण एवं संवाद से विभिन्न राज्यों के मध्य ज्ञान एवं अनुभव का आदान-प्रदान संभव होता है, जिससे आबकारी प्रशासन को अधिक दक्ष, पारदर्शी एवं उत्तरदायी बनाने में सहायता प्राप्त होती है।
