यूरोपीय संघ समर्थक बनाम राष्ट्रवादी विचारधारा की टक्कर
वारसॉ के मेयर ट्रजास्कोवस्की और रूढ़िवादी इतिहासकार नवरोकी के बीच कड़ा मुकाबला
निश्चय टाइम्स, डेस्क। पोलैंड में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान रविवार को शुरू हो गया है। यह चुनाव न केवल देश की आंतरिक राजनीति बल्कि यूरोपीय संघ से उसके संबंधों की दिशा भी तय करेगा। इस बार मुख्य मुकाबला दो धुर विरोधी विचारधाराओं के बीच है — उदारवादी और यूरोपीय संघ समर्थक वारसॉ के मेयर रफाल ट्रजास्कोवस्की और दक्षिणपंथी ‘लॉ एंड जस्टिस पार्टी’ के समर्थित रूढ़िवादी इतिहासकार करोल नवरोकी। देश के मौजूदा राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा का यह दूसरा और अंतिम कार्यकाल है, जिसके बाद अब पोलैंड के नेतृत्व की कमान किसके हाथ जाएगी, इसका फैसला जनता के वोट से होगा। मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे शुरू हुआ जो रात 9 बजे तक चलेगा।
इस चुनाव के पहले चरण में, जो 18 मई को हुआ था, ट्रजास्कोवस्की को करीब 31% और नवरोकी को लगभग 30% वोट मिले थे, जबकि अन्य 11 उम्मीदवार पहले ही रेस से बाहर हो चुके हैं। इस चुनावी परिणाम से यह तय होगा कि पोलैंड भविष्य में राष्ट्रवादी रास्ता अपनाएगा या फिर उदार लोकतांत्रिक मूल्यों की ओर कदम बढ़ाएगा। अंतिम नतीजों की घोषणा सोमवार को होने की संभावना है। यह चुनाव केवल पोलैंड के लोकतांत्रिक ढांचे को प्रभावित नहीं करेगा, बल्कि यह भी तय करेगा कि देश यूरोपीय संघ के साझा मूल्यों के साथ आगे बढ़ेगा या फिर अपनी संप्रभुता को प्राथमिकता देते हुए एक अधिक राष्ट्रवादी रुख अपनाएगा। मतदाताओं की भागीदारी और उनकी पसंद इस चुनाव को एक ऐतिहासिक मोड़ बना सकती है। अब सभी की निगाहें सोमवार को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं, जो यह स्पष्ट करेंगे कि पोलैंड की अगली दिशा उदार लोकतंत्र की होगी या राष्ट्रवादी नेतृत्व की।
