“इतिहास वीरों का लिखा जाता है, कायरों का नहीं”, जातीय जनगणना और आरक्षण पर भी जताई आपत्ति- सुरज प्रसाद चौबे
3 जून को सवर्ण एकता दिवस मनाने का आह्वान
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। देश जब गुलाम था उस समय समय की मांग थी कि देश के आजादी के लिए लड़ा जाय उस समय अम्बेडकर अपनी जाती के लिए लड़ रहे थे यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है जब देश में विषम परिस्थितियों हो उस समय जाती के बारे में सोचे मुझे प्राउड होता है कि देश के आजादी की पहली गोली मंगल पांडेय ने चलाई थी किसी ने पूछा कि सवर्ण आर्मी जातिवाद करती हमे अपने जाती पर गर्व है हमे अपने महापुरुषों पर गर्व है हमे इसलिए गर्व नहीं है कि हम उच्च जाति के है,अपने पूर्वजों पर इसलिए गर्व नहीं है कि वह हमारी जाती के है हमे अपने जाती पर गर्व इसलिए है कि हमेशा दूसरों को लेकर साथ चली ,बहन बेटियों के सम्मान के लिए धर्म की रक्षा के लिए जान अपनी गर्दनों को कटवाई ,आज जो इस देश में जो लोग अपनी जनसंख्या गिना रहे हैं जो लोग रिजर्वेशन की बात कर रहे।
सवर्ण को विदेशी बता रहे हैं उनको बताना चाहते है कि अगर सवर्ण न होते न भारत होता न भारत का संविधान होता। इतिहास वीरों का लिखा जाता है कायरो का नहीं एक बात आप को बता दें मां सीता को ले कर जन रावण जा रहा था तो रावण त्रिलोक विजेता था रावण के सामने जटायु का कोई मतलब नहीं था लेकिन जटायु ने युद्ध का संकल्प लिया ,जटायु के शहीद हो गए शहीद होने के बाद इतिहास में दर्ज हुआ इतिहास में दर्ज होने का कारण उनका रावण से युद्ध करने का संकल्प रहा ,आप भी संकल्प ले अपने समाज के लिए ,सभी जातीय भेद भाव के विरुद्ध,जातीय जनगणना के विरुद्ध ,संगठित हो कर आवाज उठाए संकल्प ही आप को विजय प्राप्त कराएगा ।
यह बाते सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने भरौली घोरावल में सवर्ण समाज के लोगों से कहा,प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय सवर्ण की आवाज बनकर देश ही नहीं विदेश में पहचान बनाई है जिनका जन्म दिन तीन जून को सवर्ण , सवर्ण एकता दिवस के रूप में कई सालों से मन रहा है इस बात भी स्वर्ण आर्मी पूरे देश में तीन जून को उत्सव की तरह पूरे प्रदेश में सवर्ण एकता दिवस मनाया जा रहा है सोनभद्र में मां कुंडवासिनी देवी के धाम कुंडरी में मनाया जा रहा है,जिला अध्यक्ष पी के शुक्ला,जिला उपाध्यक्ष राहुल तिवारी , सुरेन्द्र नाथ तिवारी ,शशांक चौबे , जितेन्द्र कुमार पाठक लकी सिंह,,मनोज सिंह मुख्य उपस्थित रहे।
