विकसित भारत की ओर एक कदम
29 मई से 12 जून तक देशभर में चल रहा अभियान
उत्तर प्रदेश में 50 लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। प्रधानमंत्री जी के 2047 तक विकसित भारत बनाने की संकल्पना को पूर्ण करने के उद्देश्य से तथा भारत की आत्मनिर्भर बनाने हेतु कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी उद्देश्य के साथ कृषि में उत्पादकता वृद्धि एवं किसानों की आय में वृद्धि के लिए विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 को देश के सभी भागों में चलाया जा रहा है, प्रधानमन्त्री के सपनो को साकार करने हेतु मुख्यमंत्री के द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनांक-29 मई 2025 को लोकभवन में शुभारम्भ करते हुए निर्देशित किया गया कि विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के द्वारा कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि तथा सहवर्ती विभाग के अधिकारी अधिकतम कृषकों को प्रतिभागी बनाते हुए कार्यक्रम 29 मई से 12 जून 2025 तक संचालित किया जाये एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा नवीन शोध एवं तकनीक तथा कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों हेतु चलाई जा रही सरकारी लाभकारी योजनाओं की जानकारी ‘‘लैब टू लैण्ड‘‘ के नारे को साकार करते हुए कम से कम 50 लाख किसानों के बीच तक पहुंच बनाई जाये।

देश के सभी राज्यों में 1.5 करोड़ किसानों को जोड़ने के लक्ष्य के मुहिम के सापेक्ष उत्तर प्रदेश में 75 जनपदों में 10125 कार्यक्रम के माध्यम से 50 लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है, यह कार्यक्रम प्रत्येक जनपद में प्रति दिवस 9 के साथ 15 दिवसों में प्रति जनपद 135 स्थानों पर कृषक वैज्ञानिक संवाद आयोजित किए जायेंगे। कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि एवं सहवर्ती विभाग के अधिकारियों के द्वारा कृषकों के बीच उपस्थित होकर कृषकों को जैविक व प्राकृतिक खेती, भूमि संरक्षण की तकनीक एवं भूमि सुधार, जिप्सम का प्रयोग, कम लागत की खेती, मृदा परीक्षण व उनके लाभ, नवीन प्रजातियों का चयन, बीज शोधन एवं शोधन के उपरान्त बीज की बोआई, धान की सीधी बोआई, संतुलित उर्वरक का प्रयोग, जल विलय/नैनो यूरिया एवं डी0ए0पी0 प्रयोग के लाभ, दलहनी एवं तिलहनी फसलो की उत्पादन की प्राथमिकता, गन्ने के साथ सहफसली खेती, पौध संरक्षण, औद्योगिक फसलें, चारा उत्पादन, पशुजनित रोगों की रोकथाम, औद्यानिक खेती, फसल बीमा, रेशम पालन, मधुमक्खी पालन, वृक्षारोपण के लाभ, बकरी पालन, वागवानी के पुराने पौधों का पुर्नजीवन, खाद्य प्रसंस्करण, विपणन, पी0एम0 कुसुम योजना, खेत तालाब, ड्रिप एवं स्प्रिंकलर एरिगेशन, समन्वित कीट प्रबन्धन मल्चिंग, पॉली हाउस पी0एम0 किसान निधि, फसल अवशेष प्रबन्धन एवं ढैंचा की उपयोगीता, मक्के की फसल की बढती उपयोगिता एवं लाभ आदि विषयों पर चर्चा की जा रही है। कृषकों से उनकी कृषि में आने वाली समस्याओं पर भी संवाद/चर्चा की जा रही है एवं इसके निवारण हेतु सम्भावित विकल्पो पर विचार किया जा रहा है।
विकसित कृषि सकंल्प अभियान 2025 के क्रम में आज दिनांक 07-06-2025 को जिला महराजगंज के विकास खण्ड पनियरा के ग्राम बैजूदेहरा में  मुख्य अतिथि केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री  पंकज चौधरी, व पनियरा विधान सभा के विधायक  ज्ञानेन्द्र सिंह, पनियरा ब्लाक प्रमुख एवं प्रमुख संघ के अध्यक्ष, वेद प्रकाश शुक्ला, कृषि विभाग के अधिकारी व के0वी0के0 से आये हुये वैज्ञानिक गण तथा ग्राम पंचायत बैजूदेहरा में समस्त किसान भाई व बहनो ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। के0वी0के0 वैज्ञानिक द्वारा उपस्थिति किसानो को आधुनिक कृषि एवं अन्य फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।  वित्त राज्य मंत्री द्वारा केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न हितकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी तथा उनके द्वारा 10 किसानों को निःशुल्क बाजरा, ऊर्द, ज्वार व कोदो का बीज मिनी किट वितरण किया गया तथा एस0एम0ए0ई0 योजनान्तर्गत कस्टम हायरिंग सेंटर के ट्रैक्टर्स की चाभी वितरित की गयी तथा फसल बीमा योजनान्तर्गत प्राप्त लाभ का प्रमाणपत्र वितरित किया गया।

विकसित कृषि संकल्प अभियान ग्राम धनेली उत्तरी, तहसील मिलक, जनपद रामपुर, में मुख्य अतिथि के रूप में ज्वाला प्रसाद, पूर्व विधायक, मिलक भूमि संरक्षण अधिकारी, भगवत शरण कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक नरेंद्र सिंह एवं बरेली के वैज्ञानिक उपस्थित रहे। किसानों के साथ वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उनके खेत पर जाकर हरी खाद हेतु बोई गई ढैंचा की फसल का निरीक्षण भी किया गया तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
								
															
			
			




