चुनाव आयोग ने कांग्रेस की बैठक रद्द करने की याद दिलाई, कहा– ‘सीसीटीवी फुटेज कोर्ट ही देख सकता है’
निश्चय टाइम्स, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली को लेकर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों पर चुनाव आयोग ने रविवार को तीखा जवाब दिया है। आयोग से जुड़े सूत्रों ने कहा कि जब तक राहुल गांधी सीधे आयोग को पत्र नहीं भेजते, तब तक वह सार्वजनिक बयानों का जवाब नहीं देगा। यह टिप्पणी उस समय आई जब राहुल गांधी ने एक लेख में आरोप लगाया कि 2024 में महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में “धांधली” हुई थी।
सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग ने अपने संपर्क कार्यक्रम के तहत सभी छह राष्ट्रीय दलों को अलग-अलग बैठकों के लिए बुलाया था। हालांकि पांच दलों ने इस आमंत्रण को स्वीकार किया, लेकिन कांग्रेस ने 15 मई की बैठक रद्द कर दी। चुनाव आयोग ने इसे भी राहुल के ताजा बयानों के आलोक में दोहराया।
सीसीटीवी फुटेज पर जवाब
राहुल गांधी ने मतदान केंद्रों की शाम की सीसीटीवी फुटेज मांगी थी। इस पर आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनाव याचिका दायर होने के बाद ही ऐसी फुटेज की जांच की अनुमति दी जाती है, और यह जिम्मेदारी सक्षम उच्च न्यायालय की होती है, न कि निर्वाचन आयोग की।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “चुनाव की शुचिता और मतदाता की गोपनीयता की रक्षा करना आयोग का कर्तव्य है। राहुल गांधी मतदाताओं की गोपनीयता क्यों भंग करना चाहते हैं?”
मतदाता सूची पर आरोप
आयोग का कहना है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों से कांग्रेस के ही एजेंटों और उम्मीदवारों की भूमिका पर प्रश्नचिह्न खड़े होते हैं। आयोग पहले ही 24 दिसंबर 2024 को इन सभी मुद्दों पर कांग्रेस को जवाब दे चुका है, जो सार्वजनिक रूप से वेबसाइट पर उपलब्ध है।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया के बाद पलटवार करते हुए कहा, “आयोग की विश्वसनीयता, सच्चाई छिपाने से नहीं, बल्कि सामने लाने से बची रह सकती है।” उन्होंने अपने लेख में दावा किया कि महाराष्ट्र चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था, और अब यही पैटर्न बिहार और अन्य राज्यों में दोहराया जाएगा।

Author: Sweta Sharma
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