डीसीए जालौन के आयोजनों में साझा की गई यादें
पुलिस अधीक्षक से लेकर विधायक तक ने सराहा योगदान
निश्चय टाइम्स,उरई। उरई प्रमुख सचिव के रविंद्र नायक के पद से सेवा निवृत होने पर डीसीए जालौन ने किया विदाई समारोह, उरई पुलिस लाइन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डीसीए के समस्त पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार ने श्री नायक का सम्मान किया।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के डायरेक्टर श्याम बाबू ने 1995 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के रविंद्र नायक के कार्यकाल और उनकी प्रतिभा पर प्रकाश डाला डीसीए के समस्त पदाधिकारी ने श्री नायक को राम दरबार स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा पहले। प्रशासनिक कार्यों की वजह से डीसीए अध्यक्ष क्रिकेट में कम समय दे पाते थे मगर अब डीसीए को अधिक समय दे पाएंगे। इस मौके पर विधायक कालपी विनोद चतुर्वेदी ने कहा श्याम बाबू हमेशा क्रिकेट के लिए समर्पित रहे और डीसीए को के रविंद्र नायक जी जैसे अध्यक्ष में रूप में प्रशासनिक अधिकारी मिले जबकि महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए उनको समय कम था मगर फिर भी उन्होंने डीसीए को समय दिया जिससे डीसीए ने नए आयाम को पाया है।
पुरानी बातों को याद करते हुए सुरेश निरंजन भईया जी ने कहा कि जब हम पड़ते थे तब डीसीए से खेलने के लिए हम लोगों ने क्लब बना कर खेला पटेल क्लब जिले में 10 क्लब बनाए, विनय कुमार सिंह का प्रिंस क्लब था, सबसे पहले डीसीए में ही 20 20 मैच की शुआत हुई थी, उस समय का जुड़ाव डीसीए से आज तक बना है तब खिलाड़ी के रूप थे आज पदाधिकारी है। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार ने कहा कि यह मेरे लिए दुर्भाग्य की बात है कि सर के बारे में मैं जानता पहले से था मगर मुलाकात उनसे एसपी जालौन बनने के बाद हुई मेरे साले आई ए इस जो अब रिटायर्ड हो गए, जो नायक जी के साथ बाराबंकी में थे, उनके मुंह से अक्सर सर की तारीफ सुनता था, में शुक्रगुजार हूं जालौन का कि इधर सर का सानिध्य मिला, में भी क्रिकेट का खिलाड़ी रहा , आगरा यूनिवर्सिटी में कई वर्षों तक खेल हूं, पुलिस कप्तान के लिए जिले में कई चुनौतियां होती है, इस लिए समय नहीं ते पता हूं , डीसीए के सकारात्मक प्रयास को अक्सर देखता हूं , जब भी ग्राउंड आता हूं तो देखता हूं बच्चों को खेलते मेहनत करते है मन में आशा रहती है कि कभी कोई बच्चा राष्ट्रीय फलक पर जरूर दिखाई देंगे, सर के अध्यक्ष रहते हुए मैंने साल में काफी कायाकल्प देखा है, पहले साल भर में चार या पांच टूर्नामेंट हो पाते थे आज 12 टूर्नामेंट की लिस्ट देखता हूं, एक खिलाड़ी के तौर पर जितना संभव होगा उतना करने का प्रयास करूंगा।

प्रमुख सचिव के रविंद्र नायक ने अपने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रशासनिक सेवा से सेवा निर्मित होने के बाद आप सबका जो स्नेह मिला उसे हमेशा दिल में रखूंगा उन्होंने कहा कि डीसीए पहले और अब में बच्चों को काफी टूर्नामेंट खिला रही है, इससे बच्चों का खेल सुधरे और अपने प्रदर्शन को प्रदर्शित करें, पुलिस लाइन में यहां के बच्चे खेलते है अच्छा लगता है पहले के कप्तानों ने भी सहयोग दिया और आगे भी मिलेगा, अधिकारी आते जाते है यहां की व्यवस्था यही के लिए है और संसाधन भी यहां के ही बच्चों के लिए है। जिले की अच्छी प्रतिभा राज्य ,अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां से निकले और जिले की पहचान बनाए यही डीसीए का प्रयास है और आगे भी रहेगा। इस दौरान सभी ने के रविंद्र नायक जी को पुष्प गुच्छ और माला पहना कर उनका सम्मान किया, अंत में सभी का स्वागत सचिव विकास कुमार ने किया।
कार्यक्रम में डीसीए के संस्थापक श्याम बाबू , उपाध्यक्ष विनोद चतुर्वेदी, सुरेश निरंजन भईया जी , वरिष्ठ सदस्य प्रदीप सिरोठिया, शरद श्रीवास्तव, उदयवीर सिंह, सचिव विकास कुमार, संयुक्त सचिव विनय कुमार सिंह , हरेंद्र विक्रम सिंह, डॉ अविनाश कुमार, डॉ राकेश रंजन शर्मा, इन्द्र मणि डॉ वीरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष अनिल सिंदूर, पूर्व रणजी खिलाड़ी विजेंद्र सिंह, एपी सिंह इटावा , रिक्की सिंह, राजकुमार, ओमवीर,सुनील कुमार औरैया, सहित सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहेंगे।
								
															
			
			




