निश्चय टाइम्स, डेस्क। सेवापुरी उप डाकघर में भ्रष्टाचार की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने सहायक डाक अधीक्षक संजय सिंह और ग्रामीण डाक सेवक (असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर) आत्मा गिरी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों पर 20 हजार रुपये घूस मांगने और जबरन वसूली का आरोप है। गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई की टीम उन्हें लखनऊ ले गई। यह कार्रवाई वाराणसी के मड़ैया, रग्धूपुर निवासी और सेवापुरी उप डाकघर में कार्यवाहक एमटीएस के पद पर तैनात धनेश वर्मा की शिकायत पर की गई। धनेश ने सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच को बताया कि 13 मार्च को जब उनके एसडीआई दिलीप पांडेय छुट्टी पर थे, तब सहायक अधीक्षक संजय सिंह डाकघर आए और आधार रजिस्टर की जांच कर उसे अपने साथ ले गए। 15 मार्च को जब धनेश ने रजिस्टर वापस मांगा, तो संजय सिंह ने कार्रवाई न करने की एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी।
धनेश ने पहले तो रुपये न होने की बात कहकर समय लिया और बाद में रुपये लेकर आधार रजिस्टर वापस ले आए। लेकिन 6 जून को, जब उनके सहायक रविंद्र साहू छुट्टी पर थे, संजय सिंह और आत्मा गिरी फिर सेवापुरी डाकघर आए और पुराने मामले का हवाला देकर जबरन 20 हजार रुपये वसूले और रजिस्टर अपने साथ ले गए। धनेश की शिकायत के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और दोनों अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। इस कार्रवाई से डाक विभाग में हड़कंप मच गया है। विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों में भय और सन्नाटा है। सीबीआई अब पूरे मामले की गहन जांच में जुटी है।
								
															
			
			




