उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में 15 जून को केदारनाथ से लौटते वक्त एक बड़ा हादसा हो गया। गौरीकुंड के पास एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में जान गंवाने वालों में पायलट कैप्टन राजवीर सिंह चौहान भी शामिल थे, जो हाल ही में जुड़वा बच्चों के पिता बने थे। उनका यह सपना था कि वे एक दिन अपने बच्चों को आकाश में उड़ते हुए दिखाएं, लेकिन अब वे खुद सितारा बन गए।
राजवीर सिंह चौहान भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल थे और वर्तमान में तीर्थयात्रियों की सेवा में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कार्यरत थे। उनका अंतिम संस्कार जयपुर स्थित उनके आवास पर सैन्य सम्मान के साथ किया गया। पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका चौहान ने अश्रुपूरित विदाई दी।
उनकी बहादुरी और सेवा को याद करते हुए लोगों ने कहा कि राजवीर सिंह का बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा। यह हादसा पूरे देश के लिए गहरा झटका है, खासकर उस परिवार के लिए जिसने अपना आधार खो दिया।

Author: Sweta Sharma
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