निश्चय टाइम्स, लखनऊ। इटावा में कथावाचक की पिटाई कांड की घटना ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। मंगलवार को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि यदि सच्चे कृष्ण भक्तों को भागवत कथा कहने से रोका जाएगा, तो यह अपमान कोई क्यों सहेगा? उन्होंने सवाल किया कि क्या अब प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोग यह घोषणा करेंगे कि वे पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (PDAs) वर्ग के लोगों द्वारा दिया गया दान और चढ़ावा कभी स्वीकार नहीं करेंगे? उन्होंने कहा, “पहले पीडीए वर्ग का कोई व्यक्ति मंदिर चला जाता था तो उसे गंगाजल से धोया जाता था, और अब सरेआम उसका मुंडन कराया जा रहा है।” अखिलेश ने आरोप लगाया कि वर्चस्वशाली ताकतों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है, और इसलिए वे ऐसी शर्मनाक हरकतें करने की हिम्मत कर पा रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार दिल और लोकतंत्र दोनों से खाली है। यदि सरकार निष्पक्ष कार्रवाई करती, तो ऐसी घटनाएं कभी न होतीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीडीए वर्ग के लोगों को न्याय से वंचित किया जा रहा है और उन्हें अपमानित किया जा रहा है। इस मौके पर अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय में पीड़ित कथावाचकों को सम्मानित किया। उन्हें पार्टी की ओर से 21-21 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई और साथ ही 51-51 हजार रुपये की अतिरिक्त सहायता की घोषणा भी की गई।
