कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर 13 जून को और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर 16 जून को किए गए बरामद
नई दिल्ली। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 से जुड़ी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के बाद भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने 13 जून 2025 को जांच की औपचारिक शुरुआत करते हुए एक बहु-विषयक टीम गठित की। यह जांच आईसीएओ शिकागो कन्वेंशन (1944) के तहत अनुलग्नक-13 और भारत के विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 के अनुसार की जा रही है। टीम का नेतृत्व AAIB के महानिदेशक कर रहे हैं, जिसमें विमानन देखभाल विशेषज्ञ, एटीसी अधिकारी और अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
ब्लैक बॉक्स की बरामदगी व प्रबंधन
दुर्घटना के बाद कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) 13 जून को और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) 16 जून को बरामद किए गए। इन्हें सुरक्षा मानकों के अनुरूप अहमदाबाद में पुलिस सुरक्षा और CCTV निगरानी में रखा गया। 24 जून को, भारतीय वायुसेना के विमान द्वारा दोनों ब्लैक बॉक्स को दिल्ली स्थित AAIB लैब लाया गया।
डेटा निष्कर्षण और विश्लेषण
AAIB और NTSB की तकनीकी टीम ने 24 जून शाम से डेटा निष्कर्षण की प्रक्रिया शुरू की। 25 जून को, फ्रंट ब्लैक बॉक्स से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल निकाला गया और मेमोरी मॉड्यूल का डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड किया गया। CVR और FDR डेटा का विश्लेषण जारी है। इसका उद्देश्य है दुर्घटना की घटनाओं का क्रम समझना और विमानन सुरक्षा में सुधार हेतु सुझाव देना। सभी कार्यवाहियां घरेलू कानूनों और अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत पूरी पारदर्शिता से की जा रही हैं।
