भारत के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और विश्व चैंपियन भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा का मानना है कि अगर क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह भाला फेंकने की दिशा में कदम बढ़ाएं, तो वे उसमें भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं। नीरज ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि बुमराह का रन-अप, फॉर्म और एक्सप्लोसिव एनर्जी भाला फेंकने के लिए बेहद अनुकूल है।
नीरज चोपड़ा 5 जुलाई को बेंगलुरू में होने वाले ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक’ में एक्शन में नजर आएंगे। इस आयोजन से पहले, उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा,
“अगर कोई तेज गेंदबाज फिट और अपने चरम पर हो, तो वह एक अच्छा जेवलिन थ्रोअर बन सकता है। मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह निश्चित रूप से इस खेल में भी बेहतर कर सकते हैं।”
नीरज ने बताया कि तेज गेंदबाजों और भाला फेंकने वालों के बीच कई समानताएं होती हैं – जैसे मजबूत रन-अप, टाइमिंग, शरीर का नियंत्रण और ताकत। खासकर पैरों, कोर मसल्स और कंधों की ताकत भाला फेंकने में बड़ी भूमिका निभाती है।
बुमराह वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट के नंबर एक गेंदबाज हैं और भारत के गेंदबाजी आक्रमण के मुख्य स्तंभ हैं। वहीं, दूसरी ओर नीरज ने भी हाल ही में ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स को पछाड़कर भाला फेंक की विश्व रैंकिंग में अपना पहला स्थान फिर से हासिल किया है। इस सप्ताह वर्ल्ड एथलेटिक्स की नई रैंकिंग में नीरज के 1,445 अंक, जबकि पीटर्स के 1,431 अंक हैं।
नीरज चोपड़ा के लिए 2025 का साल बेहद सफल रहा है। उन्होंने अप्रैल में दक्षिण अफ्रीका के पोच इनविटेशनल में जीत के साथ अपने सीज़न की शुरुआत की। इसके बाद दोहा डायमंड लीग में उन्होंने 90.23 मीटर की थ्रो के साथ पहली बार 90 मीटर के आंकड़े को पार कर इतिहास रचा। इसके अलावा, उन्होंने पोलैंड में जानूस कुसोसिन्स्की मेमोरियल में दूसरा स्थान प्राप्त किया और फिर पेरिस डायमंड लीग और ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में लगातार खिताब जीतकर अपनी शानदार फॉर्म को बनाए रखा।
नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन जहां एक ओर भारत को गर्व से भर देता है, वहीं उनका खेलों के प्रति तकनीकी समझ यह भी दर्शाती है कि भारत के एथलीट अब सिर्फ प्रतिस्पर्धा ही नहीं, बल्कि खेल विज्ञान को भी गहराई से समझने लगे हैं।

Author: Sweta Sharma
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