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धर्मेंद्र प्रधान ने एफ4एस कार्यक्रम का किया शुभारंभ

निश्चय टाइम्स, डेस्क। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्‍यक्षता में आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता के फोर्ट विलियम स्थित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में फुटबॉल फॉर स्कूल्स (एफ4एस) के अंतर्गत फीफा फुटबॉल वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने किया। इस कार्यक्रम में कोलकाता जिले के 349 स्कूलों में 2487 फीफा फुटबॉल वितरित किए गए। यह कार्यक्रम पश्चिम बंगाल के सभी जिलों को कवर करते हुए 21 केंद्रीय विद्यालयों में एक साथ आयोजित किया गया। पूरे राज्य में कुल 88113 फुटबॉल वितरित किए जाएंगे। इस अवसर पर शिक्षा एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार; पत्‍तन, पोत परिहवन एवं जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर; शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) के सचिव संजय कुमार; संयुक्त सचिव, डीओएसईएल अर्चना शर्मा अवस्थी; मंत्रालय के अधिकारीगण तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं प्रख्यात खिलाड़ी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के खेल कप्तानों (लड़के एवं लड़कियों) ने अपने विचार साझा किए।


धर्मेंद्र प्रधान ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में बताया कि इस पहल के अंतर्गत आज पूरे राज्य में 21 केंद्रीय विद्यालयों में विद्यार्थियों को एक साथ फुटबॉल वितरित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अकेले पश्चिम बंगाल में 88,000 से अधिक फुटबॉल वितरित किए जाएंगे, जिससे लगभग 15 से 16 लाख बच्चे लाभान्वित होंगे। खेल के प्रति अपने व्यक्तिगत प्रेम को व्यक्त करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक छोटे से स्कूल में एक फुटबॉल भी बच्चों को खेल से जुड़ने और खेलने के लिए वास्तविक जुनून विकसित करने के लिए प्रेरित कर सकता है। उन्होंने बताया कि फुटबॉल में भागीदारी को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों के बीच मजबूत खेल संस्कृति का पोषण करने के उद्देश्‍य से देश भर के स्कूलों में लगभग 10 लाख फुटबॉल वितरित किए जाएंगे। धर्मेंद्र प्रधान ने स्कूल में दो टीमों के बीच एक प्रदर्शनी फुटबॉल मैच का भी शुभारंभ किया।
डॉ. सुकांत मजूमदार ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि एनईपी 2020 में खेल और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियों को समग्र शिक्षा के अभिन्न अंग के रूप में परिकल्पित किया गया है। उन्होंने नीति के लचीलेपन और बहुभाषी दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने को रेखांकित किया और एनईपी 2020 की संकल्‍पना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और इसके प्रभावी कार्यान्वयन का स्पष्ट रोडमैप प्रदान करने के लिए धर्मेंद्र प्रधान के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। डॉ. मजूमदार ने कहा कि एनईपी 2020 विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देते हुए शिक्षा और खेल को समान महत्व देती है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ दिमाग का पोषण करता है और फुटबॉल जैसे खेलों में भाग लेना बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और उसे बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शांतनु ठाकुर ने अपने संबोधन में बच्चों के खेल कौशल को मजबूती प्रदान करने और उन्‍हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयार करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में इस तरह की पहल के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से बच्चों में फुटबॉल खेलने के प्रति प्यार और रुचि फिर से जागृत होगी और खेल के साथ उनका जुड़ाव गहरा होगा। ठाकुर ने यह भी कहा कि इस तरह की पहल देश भर में उभरती हुई खेल प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
संजय कुमार ने अपने संबोधन में इस पहल की संकल्पना के लिए धर्मेंद्र प्रधान का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि फीफा के साथ साझेदारी के माध्यम से देश भर के स्कूलों में विद्यार्थियों को लाखों फुटबॉल वितरित किए जाएंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस पहल से बच्चों में खेलों के प्रति अधिक रुचि पैदा होगी और जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को प्रोत्‍साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप, खेलों को सामूहिक भागीदारी और उत्कृष्टता की खोज के मूल्य को रेखांकित करते हुए शिक्षा के अभिन्न अंग के रूप में मान्यता दी गई है।

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Author: ntuser1

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