निश्चय टाइम्स, डेस्क। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज दूरसंचार विभाग (डीओटी) से मिले बैक-रेफरेंस पर अपना जवाब भेजा है, जो ‘भारतीय रेलवे को उसके सुरक्षा और संरक्षा अनुप्रयोगों के लिए अतिरिक्त स्पेक्ट्रम आवंटित करने’ की ट्राई की 20.12.2024 की सिफारिशों के संबंध में है।
इससे पहले, दूरसंचार विभाग ने 26.07.2023 के एक संदर्भ के ज़रिए, ट्राई को सूचित किया था कि भारतीय रेलवे ने अपनी सुरक्षा और संरक्षा प्रणालियों को बढ़ाने के लिए उन्हें 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में, अतिरिक्त 5 मेगाहर्ट्ज पेयर्ड स्पेक्ट्रम मुफ्त आवंटित करने का अनुरोध किया था। 26.07.2023 के उक्त संदर्भ में दूरसंचार विभाग ने ट्राई से इस विषय पर अपनी सिफारिशें जांचने और प्रदान करने का अनुरोध किया। इसी मामले में, हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के बाद, ट्राई ने 20.12.2024 को ‘भारतीय रेलवे को उसके सुरक्षा और संरक्षा अनुप्रयोगों के लिए अतिरिक्त स्पेक्ट्रम आवंटित करने’ पर अपनी सिफारिशें दूरसंचार विभाग को भेजीं।
इसके बाद, दूरसंचार विभाग ने दिनांक 16.06.2025 को एक बैक-रेफरेंस के ज़रिए, ‘भारतीय रेलवे को सुरक्षा और संरक्षा अनुप्रयोगों के लिए अतिरिक्त स्पेक्ट्रम के आवंटन’ पर ट्राई की कुछ सिफारिशों को वापस भेजा और ट्राई से अनुरोध किया कि वह ट्राई अधिनियम 1997 की धारा 11 के प्रावधानों के अनुसार, ऐसी सिफारिशों के संबंध में अपनी पुनर्विचारित सिफारिशें प्रदान करे। इसी संबंध में, सावधानी से जांच करने के बाद, ट्राई ने दूरसंचार विभाग को बैक-रेफरेंस पर अपना जवाब भेजा है। बैक-रेफरेंस पर ट्राई का जवाब, ट्राई की वेबसाइट (www.trai.gov.in ) पर भी उपलब्ध है।





