निश्चय टाइम्स, डेस्क। महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने सांगली ज़िले के इस्लामपुर का नाम बदलकर ‘ईश्वरपुर’ करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है। इस घोषणा के बाद राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया, खासकर जब इसे विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन सार्वजनिक किया गया। यह जानकारी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने विधानसभा में दी और कहा कि अब यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। यह नाम परिवर्तन हिंदूवादी संगठन शिव प्रतिष्ठान, जो कि संभाजी भिड़े के नेतृत्व में है, की लंबे समय से चली आ रही मांग का परिणाम है। संगठन ने स्थानीय प्रशासन को कई ज्ञापन सौंपे थे और इस नाम बदलने की लगातार वकालत की थी।
विपक्ष का विरोध तेज
कांग्रेस विधायकों ने इस फैसले की कड़ी निंदा की है।
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विधायक अमीन पटेल ने आरोप लगाया कि सरकार रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए नाम बदलने की राजनीति कर रही है।
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विधायक असलम शेख ने कहा, “इस्लामपुर की बुनियादी समस्याएं — जैसे साफ पानी, अच्छी सड़कें, पार्क और खेल के मैदान — अब भी जस की तस हैं। नाम बदलने से नागरिकों की ज़िंदगी नहीं सुधरेगी।”
विपक्ष का कहना है कि यह निर्णय सिर्फ प्रतीकात्मक राजनीति है, जिससे जनता को असल मुद्दों से भटकाया जा रहा है। अब सभी की निगाहें केंद्र सरकार पर टिकी हैं कि वह इस नाम परिवर्तन को मंज़ूरी देती है या नहीं।





