निश्चय टाइम्स, लखनऊ। गाजियाबाद स्थित प्रसिद्ध दूधेश्वर नाथ मंदिर में रविवार सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दर्शन और पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने भगवान दूधेश्वरनाथ का विधिपूर्वक जलाभिषेक और रुद्राभिषेक किया। इस अवसर पर मंदिर के महंत श्री नारायण गिरी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा संपन्न करवाई। मुख्यमंत्री के आगमन पर मंदिर परिसर “हर-हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठा। दूधेश्वरनाथ वेद पाठशाला के विद्यार्थियों ने उन्हें पारंपरिक सनातनी विधि से स्वागत किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संत-महात्मा, कांवड़ यात्री और स्थानीय नागरिक मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ पड़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर में चल रहे दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और संतोष व्यक्त किया। इस दौरान उनके साथ गाजियाबाद सदर विधायक संजीव शर्मा, सांसद अतुल गर्ग, अन्य जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। महंत नारायण गिरी ने मुख्यमंत्री को पटका पहनाकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री लगभग 25 मिनट तक मंदिर परिसर में रहे और फिर पुलिस लाइन के लिए रवाना हो गए।
महंत नारायण गिरी ने बताया कि श्रवण कांवड़ मेला 2025 का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हुआ। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुबह करीब 10 बजे मंदिर पहुंचे थे और भगवान दूधेश्वरनाथ का रुद्राभिषेक कर मेले की आध्यात्मिक शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा, “श्रवण मास शिव भक्ति और तप का महीना है। दूधेश्वर महादेव जैसे सिद्धपीठों पर आकर आत्मा को शांति मिलती है। मैं भगवान दूधेश्वर से उत्तर प्रदेश की सुख-शांति, समृद्धि और जनकल्याण की प्रार्थना करता हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि गाजियाबाद का यह मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने महंत नारायण गिरी को मंदिर के संरक्षण और आध्यात्मिक विकास के लिए धन्यवाद भी दिया। महंत नारायण गिरी ने कहा कि श्रवण मास में भगवान शिव की आराधना से जीवन में पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। देशभर से आने वाले कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की सेवा ही हमारा धर्म है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस वर्ष का मेला भी सबके सहयोग से भव्य, सुरक्षित और शांतिपूर्ण रहेगा।
