मंत्रीपरिषद ने 15.172 किलोमीटर लम्बे चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे निर्माण प्रस्ताव को दी मंजूरी
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे बनने से पर्यटन विकास में होगी वृद्धि, निर्माण पर 939 करोड़ रूपए होंगे खर्च
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र चित्रकूट को बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 15.172 किलोमीटर लम्बे चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से जनपद चित्रकूट में पर्यटन विकास को और बढ़ावा मिलेंगा। वहीं आर्थिक उन्नति के साथ ही रोजगार में भी वृद्धि होगी।
कैबिनेट बैठक के बाद लोकभवन में पत्रकार वार्ता करते हुए मंत्री नन्दी ने कहा कि 2017 के पहले की सरकारों द्वारा बुन्देलखण्ड को विकास की धारा से जोड़ने के लिए केवल वादा ही किया जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार बुन्देलखण्ड को विकास की धारा से जोड़ने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। प्रदेश के अति पिक्षड़े क्षेत्र बुन्देलखण्ड के विभिन्न जनपदों को सुगम, तीव्र एवं सुरक्षित यातायात सुविधा के माध्यम से प्रदेश की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से जोड़ने तथा औद्योगिक विकास की सम्भावनाएं सृजित करने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया गया है। वहीं अब जनपद चित्रकूट को विकास की मुख्य धारा यानी बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना है। जिसे स्वीकृति मिल चुकी है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एवं कंस्ट्रक्शन पद्धति पर फोर लेन में किया जाना प्रस्तावित है। एक्सप्रेसवे वाराणसी-बांदा मार्ग के किलोमीटर 267 पर जनपद चित्रकूट के भरतकूप के निकट से प्रारम्भ होकर राष्ट्रीय मार्ग 135 बीजी पर जनपद चित्रकूट में ग्राम अहमदगंज में समाप्त होगा। एक्सप्रेसवे की प्रस्तावित लम्बाई 15 172 किलोमीटर एवं लागत 939.67 करोड़ है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण ईपीसी पद्धति पर कराया जाएगा। बुन्देलखण्ड के प्रारम्भिक बिन्दु से चित्रकूट धाम तक एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने से पर्यटन क्षेत्र में विकास तीव्र गति से होगा। सुदूर क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों को सुगम एवं तीव्र यातायात सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। चित्रकूट एक्सप्रेसवे परियोजना के निर्माण से करीब 38 लाख मानव दिवस सजित होना सम्भावित है।
