निर्माण के दूसरे चरण के लिए 5 करोड़ की धनराशि जारी
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के एकाना स्टेडियम के निकट निर्माणाधीन ‘नौसेना शौर्य संग्रहालय’ के दूसरे चरण के कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने ₹5 करोड़ की धनराशि जारी कर दी है। यह संग्रहालय भारत की समुद्री सैन्य विरासत और भारतीय नौसेना के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को समर्पित देश का पहला स्थायी संग्रहालय होगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने संग्रहालय स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, निदेशक पर्यटन ईशा प्रिया, तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
यह संग्रहालय 8 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है, जिसकी आधारशिला अक्टूबर 2023 में रखी गई थी। इसमें सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आधुनिक युद्धपोतों तक की नौसेना यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा। संग्रहालय का प्रमुख आकर्षण रिटायर्ड आईएनएस गोमती युद्धपोत होगा, जिसके साथ मूल मिसाइल, टॉरपीडो, नौसैनिक तोपें, और अन्य सैन्य उपकरण प्रदर्शित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, एक डिजिटल इंटरप्रिटेशन सेंटर के माध्यम से नौसेना के इतिहास को इंटरऐक्टिव और डिजिटल माध्यमों से दर्शाया जाएगा। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, “यह संग्रहालय उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देगा और युवाओं में देशभक्ति की भावना को जागृत करेगा।” पर्यटन विभाग ने बताया कि दूसरे चरण में निर्माण और क्यूरेशन से जुड़ा कार्य तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसे निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाएगा।
