- यूपी कुसुम योजना बनी ऊर्जा सुरक्षा का आधार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को सोलर ऊर्जा से सिंचाई के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत बड़ा कदम उठाया है। यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण) द्वारा संचालित इस योजना के घटक सी-1 के अंतर्गत, निजी मीटर्ड ऑनग्रिड पंपों के सोलराइजेशन के लिए किसानों को विशेष वित्तीय सहायता दी जा रही है।
अनुसूचित जनजाति, वनटांगिया और मुसहर समुदाय के किसानों को केंद्र सरकार के 30% अनुदान के अतिरिक्त राज्य सरकार की ओर से 70% अतिरिक्त अनुदान मिलेगा। इस प्रकार उन्हें 100% अनुदान प्राप्त होगा और उन्हें कोई अंशदान नहीं देना पड़ेगा। वहीं अन्य सभी किसानों को 30% केंद्र और 60% राज्य अनुदान मिलेगा तथा केवल 10% अंशदान उन्हें खुद वहन करना होगा। योजना के तहत 3 HP से 10 HP क्षमता वाले ऑनग्रिड सोलर पंपों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। इच्छुक किसान http://upnedakusumc1.in पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर की जाएगी।
परियोजना अधिकारी कमलेश सिंह यादव के अनुसार, सोलर पंप की स्थापना, चालूकरण, मेंटीनेंस (5 साल तक) और नेट मीटरिंग की प्रक्रिया चार माह के भीतर पूरी की जाएगी। 3 HP पंप की कुल लागत ₹2.39 लाख है, जिसमें किसान को ₹23,900 अंशदान देना होगा। 5 HP, 7.5 HP और 10 HP के लिए यह राशि क्रमशः ₹39,325, ₹54,800 और अधिकतम ₹2.26 लाख तय की गई है। योजना से किसानों को स्वच्छ ऊर्जा के साथ-साथ बिजली खर्च में भारी बचत का लाभ मिलेगा। योजना की जानकारी के लिए किसान यूपीनेडा कार्यालय, विकास भवन, लखनऊ के कमरा संख्या 8 व 14 में संपर्क कर सकते हैं या मोबाइल नंबर 9415609056 पर कॉल कर सकते हैं।
