निश्चय टाइम्स, लखनऊ। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग और लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। दिल्ली में आयोजित कांग्रेस के वार्षिक लीगल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में अब चुनाव आयोग का अस्तित्व “नाम मात्र का” रह गया है और हालिया लोकसभा चुनावों में व्यापक स्तर पर धांधली हुई है। राहुल गांधी ने कहा, “2014 से ही मुझे चुनावी प्रक्रिया पर संदेह था, लेकिन अब हमारे पास सबूत हैं। अगर भाजपा को 15-20 सीटें कम मिलतीं, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते।” उन्होंने दावा किया कि पार्टी के पास ऐसा डेटा और दस्तावेज हैं, जिससे यह सिद्ध किया जा सकता है कि 70 से 100 सीटों तक पर धांधली हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले कुछ दिनों में कांग्रेस पार्टी सबूतों के साथ देश के सामने तथ्यों को पेश करेगी।
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, गुजरात चुनाव और भाजपा की लगातार प्रचंड जीत के पैटर्न को “संदेहास्पद” बताते हुए कहा, “अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष संस्था होता, तो आज भारत का नेतृत्व कोई और कर रहा होता।” उन्होंने जोर देकर कहा कि अब वह यह बात साक्ष्यों के साथ कह रहे हैं, और जल्द ही वह दिखाएंगे कि कैसे चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली में समझौते हुए हैं और कैसे यह संस्था दबाव में काम कर रही है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग की ओर से इस बयान पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लेकिन राहुल गांधी का यह बयान निश्चित रूप से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ाने वाला है।
