ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 21 अगस्त, 2025 को कॉन्क्लेव का आयोजन
ग्रामीण पर्यटन से यूपी की प्रगति, समृद्ध गांव, सशक्त प्रदेश
– जयवीर सिंह
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग राज्य में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 21 अगस्त, 2025 को राजधानी लखनऊ में एक कॉन्क्लेव का आयोजन करने जा रहा है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आईजीपी) में आयोजित कॉन्क्लेव में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विषेशज्ञों, फार्म स्टे और होम स्टे मालिकों, ग्रामीण एवं जिला समन्वयकों और गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के प्रतिनिधियों की भागीदारी रहेगी। कॉन्क्लेव के विभिन्न सत्रों में प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन की संभावनाओं, चुनौतियों और विभिन्न रणनीतियों पर विचार मंथन किया जायेगा।
यह जानकारी उ0प्र0 के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने दी। उन्होंने बताया कि ‘उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में एग्री टूरिज्म को नई पहचान दिलाने की दिशा में काम कर रही है। कृषि और पर्यटन क्षेत्र को जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है। पर्यटन विभाग द्वारा फार्म स्टे, होम स्टे और ग्रामीण अनुभव यात्राओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ताकि, देश-विदेश से आने वाले पर्यटक ग्रामीण जीवनशैली, खेती-बाड़ी, जैविक कृषि और पारंपरिक खानपान से सीधे जुड़ सकें।’
उत्तर प्रदेश के ग्रामीण पर्यटन पर आयोजित कॉन्क्लेव में विभिन्न सत्र होंगे। उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र को पांडुरंग तवरे श्एग्री टूरिज्मश् पर परिचर्चा को आगे बढ़ाएंगे। निवेश सत्र/निवेश सारथी के महाप्रबंधक पंकज अरोड़ा तकनीकी सत्र को संबोधित करेंगे। तत्पश्चात, सामुदायिक आधारित पर्यटन सत्र में आनंद मल्लिगावाद (लेक मैन) अपने विचार रखेंगे। ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने एवं ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करने को लेकर राउंड टेबल सेशन में स्टेकहोल्डर्स शामिल होंगे। ग्रामीण पर्यटन कॉन्क्लेव के समापन सत्र में विलेज वेज से जुड़ीं मनीषा पांडे सभी सत्रों का निष्कर्ष प्रस्तुत करेंगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि ‘आगामी कॉन्क्लेव में ग्रामीण पर्यटन को सशक्त बनाने पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस पहल का उद्देश्य स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना और पर्यटकों को प्रामाणिक ग्रामीण अनुभव उपलब्ध कराना है। ग्रामीण पर्यटन के माध्यम से पर्यटकों को भारत की आत्मा को करीब से महसूस कराना राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है।’
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। विभाग समय-समय पर फैम ट्रिप्स और अन्य माध्यमों से प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास करता रहा है। ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 234 गांवों का चयन किया गया है। पर्यटन नीति-2022 के तहत पर्यटन इकाइयों को सब्सिडी देकर प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। विश्वास है कि यह कॉन्क्लेव ग्रामीण पर्यटन की संभावनाओं को नया आयाम प्रदान करेगा।’

Author: Sweta Sharma
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