निश्चय टाइम्स, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने गुरूवार को बख्शी का तालाब स्थित महिजावां एवं इन्दारा के अस्थायी गौवंश संरक्षण केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। पशुधन मंत्री ने गौशाला का स्थलीय निरीक्षण करते हुए वहां पर गोवंश के लिए उपलब्ध चारा, भूसा, चिकित्सा, औषधियॉ, प्रकाश एवं सुरक्षा आदि व्यवस्थायें देखी। उन्होंने हरे चारे की उपलब्धता में कमी पाये जाने पर गौवंश हेतु निरन्तर हरा चारा उपलब्ध कराये जाने के सख्त निर्देश दिए। श्री सिंह ने गौशाला में गायों को धूप, गर्मी, बरसात व ठंड से बचाने के लिए टीन शेड की व्यवस्था को और दुरूस्त करने तथा खड़न्जा लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने महिजावां में 226 गोवंश तथा इन्दारा गोआश्रय स्थल में 162 गोवंश संरक्षित पाये।
पशुधन मंत्री ने गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने पर बल देते हुए कहा कि गौशाला के स्वावलम्बन हेतु गौ जनित पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। महिला स्वयं सहायता समूहों को भी गोशाला से जोड़ा जाए। उन्होंने गोशाला में गोबर के कंडें बनवाकर बिक्री किये जाने तथा कम्पोस्ट खाद बनाये जाने का भी सुझाव दिया। मंत्री ने कहा कि गौशाला में गायों के लिए निरन्तर पौष्टिक एवं हरा चारा, भूसा एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और गोवंश के संरक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। पशुधन मंत्री ने गोआश्रय स्थल पर गोवंश को केला, चना एवं गुड़ खिलाकर आशीर्वाद प्राप्त किया।

निरीक्षण के पश्चात पशुधन मंत्री ने बीकेटी ब्लाक में गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु समीक्षा बैठक की और कहा कि शासन द्वारा गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं और सभी आवश्यक सुविधाएं भी दी जा रही हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य गौ आश्रय स्थलों के माध्यम से गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ ही गौजनित पदार्थां के माध्यम से गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। राज्य सरकार द्वारा कृषकों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि पशुपालक व किसान गोवंश के दूध देना बंद करने के बाद उन्हें निराश्रित न छोड़ें। पशुधन मंत्री ने गोवंशों को रेडियम बेल्ट भी पहनाई।
बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि विधायक बीकेटी योगेश शुक्ला, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि रामेन्द्र सिंह उपस्थित रहे। समीक्षा बैठक में अपर निदेशक डा0 गोपेश श्रीवास्तव, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 सुरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी अजीत सिंह, उपायुक्त मनरेगा सुशील कुमार सिंह, खण्ड विकास अधिकारी बीकेटी पूजा पाण्डेय, उपजिलाधिकारी बीकेटी साहिल कुमार, संयुक्त निदेशक प्रक्षेत्र डा0 सुनील कुमार राय तथा समस्त उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, ग्राम प्रधान आदि उपस्थित थे।





