निश्चय टाइम्स, लखनऊ। लोकतंत्र में चुनाव की भूमिका सर्वोपरि मानी जाती है। जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करती है और शासन को वैधता देती है। हालाँकि, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर चुनावी प्रक्रिया में धांधली का गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 7 अगस्त, 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में भारी अनियमितताओं का खुलासा किया। उनके आरोपों के अनुसार, चुनाव आयोग इन गंभीर मामलों पर कार्रवाई करने में विफल रहा। 11 अगस्त को सभी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने जवाब मांगने के लिए मार्च किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए, कांग्रेस ने तीन चरणों में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने का निर्णय लिया। प्रथम चरण में 14 अगस्त को कैंडल मार्च आयोजित किया गया। बिहार में राहुल गांधी के नेतृत्व में 1300 किलोमीटर की वोट अधिकार यात्रा भी निकाली गई।

दूसरे चरण में 22 अगस्त से 7 सितंबर तक “वोट चोर, गद्दी छोड़” राज्यस्तरीय रैलियाँ आयोजित की गई। इसी क्रम में आज रामलीला मैदान, बिसवाँ, सीतापुर में यह रैली आयोजित हुई। रैली के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय थे, जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अध्यक्षता की। रैली का आयोजन सीतापुर के सांसद राकेश राठौर ने किया। अविनाश पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार चुनाव आयोग के साथ मिलकर सत्ता हासिल कर रही है और जनता के वोट का अधिकार छीन रही है। उन्होंने वोटर सूची में 200 से अधिक लोगों के नाम जोड़ने और विपक्षी वोटर हटाने की घटनाओं का उदाहरण दिया।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि केंद्र से लेकर प्रदेश तक भाजपा द्वारा सत्ता का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और प्रधानमंत्री की अपनी सीट भी बेईमानी से जीती गई। रैली में आम जनमानस से “वोट चोर, गद्दी छोड़” का नारा लगवाया गया। रैली में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश सिंह, पूर्व विधायक मीता गौतम, डॉ. प्रमोद कुमार पाण्डेय और जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ममता वर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।





