निश्चय टाइम्स, डेस्क। आयुष मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए जा रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, ‘‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’’ में भाग ले रहा है । मंत्रालय, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासनों, आयुष अनुसंधान संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों और निजी क्षेत्र, संघों, गैर-सरकारी संगठनों और सहकारी समितियों के सहयोग से महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और विभिन्न बीमारियों की जांच के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित करेगा।
इस 16-दिवसीय अभियान में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी), कैंसर, एनीमिया, तपेदिक और सिकल सेल रोग के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर; मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं; पोषण एवं स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम और जन स्वास्थ्य के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान अभियान शामिल होंगे। इस अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों में एनीमिया, एनसीडी और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज (पीसीओडी) के लिए आयुष उपचार पर ध्यान दिया जाएगा।
यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान जीवनशैली संबंधी परामर्श, योग सत्र और ‘‘प्रकृति परीक्षण’’ के लिए समर्पित कियोस्क के माध्यम से महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण पर केंद्रित होगा। राज्य और केंद्र शासित प्रदेश स्कूलों में जागरूकता शिविर, रेडियो और टेलीविजन कार्यक्रमों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ेंगे। लोगों को घरेलू उपचार और पोषण किट वितरित किए जाएंगे जबकि महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सामान्य औषधीय पौधों और हर्बल चाय के स्वास्थ्य लाभों के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा बताया जाएगा। यह अभियान आयुर्वेद-प्रेरित स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योग-आधारित बचाव विधियों के माध्यम से कॉर्पोरेट बर्नआउट का मुकाबला करने पर भी ज़ोर देता है।
स्वयं सहायता समूह पंचायत स्तर पर समुदायों को संगठित करने के लिए जागरूकता रैलियां और शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित करेंगे। यह अभियान गर्भावस्था से लेकर प्रशामक देखभाल तक, महिलाओं के लिए व्यापक स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करेगा। इसके तहत, एनीमिया मुक्त महिलाएं, स्वस्थ मां, तनाव मुक्त महिलाएं, हर्बल पोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य जैसे विषयों पर दैनिक आयुष स्वास्थ्य सुझाव सोशल मीडिया पर साझा किए जाएंगे ताकि महिलाओं को अपनी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का प्रभावी ढंग से समाधान करने में मदद मिल सके।
